भोपाल। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन जारी है. ऐसी स्थिति में दूसरे राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के छात्र, पर्यटक और मजदूरों को वापस लाने का काम राज्य सरकार जोरों से कर रही हैं. अबतक करीबन 80 हजार लोगों को बसों और ट्रेनों के माध्यम से वापस लाया जा चुका है. वही दूसरी तरफ भोपाल में फंसे जम्मू कश्मीर के 365 छात्रों को उनके घर भेजने का फैसला किया गया है. इसके लिए बसों की व्यवस्था की गई है. भोपाल कलेक्टर ने छात्रों को वापस भेजने की व्यवस्था का जायजा लिया.
जम्मू-कश्मीर के 365 छात्र अपने घरों के लिए होंगे रवाना
कोरोना वायरस के चलते 22 मार्च से लॉकडाउन होने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर के करीब 365 छात्र प्रदेश में फंस गए थे, जो लगातार वापस जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अब उनकी वापसी राज्य शासन के प्रयास से की जा रही है. जम्मू-कश्मीर के लिए बसों का इंतजाम कर लिया गया है, जिन्हें रवाना किया जायेगा. इन सभी छात्रों को राजधानी के सागर पब्लिक स्कूल में ठहराया गया है. यहीं से 18 एसी बसों के माध्यम से उन्हें रवाना किया जाएगा.
कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जम्मू-कश्मीर के छात्रों को वापस इनके राज्य पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. देर रात कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. संबंधित अधिकारियों को सभी तरह की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
पूर्व सीएम ने गृहमंत्री को लिखा था पत्र
जम्मू-कश्मीर के छात्रों के मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को 20 अप्रैल 2020 को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लॉकडाउन के चलते भोपाल में फंसे कश्मीरी छात्रों को वापस अपने प्रदेश भेजने की बात कही थी.
दिग्विजय सिंह ने इसके लिए केंद्र सरकार से तीन बार संपर्क भी किया था, जिसके बाद छात्रों को वापस उनके घर भेजने की अनुमति दे दी गई. इस समय रमजान का महीना चल रहा है. ऐसे में राजधानी में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्रों को वापस उनके घर भेजा जा रहा है. जिसके बाद अब सभी अपने घर में ईद उल-फितर मना पाएंगे.