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दो दिन धूमधाम से मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, पूजन विधि के साथ जानें शुभ महुर्त

इस बार 23 अगस्त को सुबह 8.09 बजे से 24 अगस्त सुबह 8.32 तकअष्टमी तिथि रहेगी. श्रीकृष्ण का अभिषेक से मिलेगा विशेष लाभ यहां बता रहें कि जन्माष्टमी पूजा कैसे.

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
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Published : Aug 23, 2019, 1:54 AM IST

Updated : Aug 23, 2019, 4:11 AM IST

भोपाल। आज देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. मंदिरों और घर-घर में जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां जारी है.

जन्माष्टमी के लिए शुभ मुहर्त

जन्माष्टमी पूजा का समय मध्य रात्रि 12:01 से 12: 47 बजे तक रहेगा. वहीं अभिजीत मुहूर्त दोपहर11:56 से 12:47 बजे तक बताया गया है. 23 अगस्त को सुबह 08.09 बजे से 24 अगस्त सुबह 8.32 तक अष्टमी तिथि रहेगी.

ऐसे करें पूजा

जन्माष्टमी के व्रत के लिए सुबह स्नान के पश्चात अपने घर के मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का संकल्प लें. एक पूजा की सुपारी, अक्षत (साबुत चावल), फूल, एक रुपए का सिक्का हाथ में रख कर पहले संकल्प लें.

जो पहली बार लड्डु गोपाल अपने घर लाए हैं वे रात 12 बजे के बाद लड्डू गोपाल का पंच अभिषेक करें और जिनके घर में पहले से लड्डू गोपाल विराजमान हैं वे जन्म उत्सव मनाएं और लड्डू गोपाल को एक थाल में विराजमान करें और पंच अभिषेक करें दूध ,दही, घी, शहद, गंगाजल या नर्मदा जल इन पांचों से एक-एक कर अभिषेक कराएं उसके पश्चात लड्डू गोपाल को सुंदर वस्त्र पहनाएं, मुकुट पहनाए, पूरा श्रृंगार करें फिर उन्हें झूले में बैठाएं मोर पंख, बांसुरी उनकी प्रिय वस्तु अवश्य रखें. उसके बाद पालकी झुलाएं. उनके प्रिय भोजन का भोग लगाएं.

शाम को फिर से उनका श्रृंगार करें और धूप-दीप लगाकर उत्सव मनाए. लड्डू गोपाल की आरती करते हुए जयकारा लगाएं और प्रसाद का भोग लगाएं. विशेषकर धनिया की पंजीरी एवं तुलसी के पत्ते अवश्य रखें. उसके बाद प्रसाद वितरण करें. प्रसाद ग्रहण करने के बाद अपने व्रत खोल सकते हैं या अष्टमी तिथि समाप्ति के बाद अपना प्रसाद से व्रत खोलें. अष्टमी तिथि 24 अगस्त सुबह 8:32 तक रहेगी.

भोपाल। आज देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. मंदिरों और घर-घर में जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां जारी है.

जन्माष्टमी के लिए शुभ मुहर्त

जन्माष्टमी पूजा का समय मध्य रात्रि 12:01 से 12: 47 बजे तक रहेगा. वहीं अभिजीत मुहूर्त दोपहर11:56 से 12:47 बजे तक बताया गया है. 23 अगस्त को सुबह 08.09 बजे से 24 अगस्त सुबह 8.32 तक अष्टमी तिथि रहेगी.

ऐसे करें पूजा

जन्माष्टमी के व्रत के लिए सुबह स्नान के पश्चात अपने घर के मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का संकल्प लें. एक पूजा की सुपारी, अक्षत (साबुत चावल), फूल, एक रुपए का सिक्का हाथ में रख कर पहले संकल्प लें.

जो पहली बार लड्डु गोपाल अपने घर लाए हैं वे रात 12 बजे के बाद लड्डू गोपाल का पंच अभिषेक करें और जिनके घर में पहले से लड्डू गोपाल विराजमान हैं वे जन्म उत्सव मनाएं और लड्डू गोपाल को एक थाल में विराजमान करें और पंच अभिषेक करें दूध ,दही, घी, शहद, गंगाजल या नर्मदा जल इन पांचों से एक-एक कर अभिषेक कराएं उसके पश्चात लड्डू गोपाल को सुंदर वस्त्र पहनाएं, मुकुट पहनाए, पूरा श्रृंगार करें फिर उन्हें झूले में बैठाएं मोर पंख, बांसुरी उनकी प्रिय वस्तु अवश्य रखें. उसके बाद पालकी झुलाएं. उनके प्रिय भोजन का भोग लगाएं.

शाम को फिर से उनका श्रृंगार करें और धूप-दीप लगाकर उत्सव मनाए. लड्डू गोपाल की आरती करते हुए जयकारा लगाएं और प्रसाद का भोग लगाएं. विशेषकर धनिया की पंजीरी एवं तुलसी के पत्ते अवश्य रखें. उसके बाद प्रसाद वितरण करें. प्रसाद ग्रहण करने के बाद अपने व्रत खोल सकते हैं या अष्टमी तिथि समाप्ति के बाद अपना प्रसाद से व्रत खोलें. अष्टमी तिथि 24 अगस्त सुबह 8:32 तक रहेगी.

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Last Updated : Aug 23, 2019, 4:11 AM IST
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