भोपाल। राजधानी भोपाल में युवक को कुत्ता बनाकर मारपीट के मामले में अब मध्यप्रदेश में सियासी दंगल छिड़ा हुआ है. इस मामले में कार्रवाई के बाद बीजेपी ने सवाल उठाया है कि आखिर इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ कमलनाथ चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले कमलनाथ द्वारा दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. सीएम ने कहा कि आखिर वे कि युग में जी रहे हैं इस तरह की घटिया बयान उन्हें शोभा नहीं देती.
भोपाल की घटना पर कांग्रेस को घेरा: भोपाल में युवक को कुत्ता बनाकर पीटे जाने के मामले में कांग्रेस के बड़े नेता मौन हैं. कांग्रेस की चुप्पी ने बीजेपी को एक बार फिर हमला करने का मौका दे दिया है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना को लेकर कांग्रेस का बयान न आने पर हैरानी जताते हुए कहा कि भोपाल में गले में पट्टा बांधकर हिंदु युवक को भौंकने के लिए बाध्य करने जैसी अमानवीय घटना पर भी चचाजान दिग्विजय सिंह से लेकर दिल्ली और भोपाल तक के किसी भी कांग्रेसी नेता ने एक शब्द कहना जरूरी नहीं समझा. बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि जिस तरह की घटना हुई, उसको लेकर सरकार ने सख्त कार्रवाई की है. दमोह की स्कूल की घटना के बाद जब सरकार कार्रवाई कर रही थी, तब भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को दर्द हो रहा है और अब इस घटना को लेकर भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह चुप्पी साधे हुए हैं. कांग्रेस बताए कि आखिर इस घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता चुप क्यों हैं.
बीजेपी आखिर आदिपुरुष पर चुप क्यों: उधर कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर बीजेपी बताए कि उसके नेता आदिपुरुष फिल्म को लेकर क्यों नहीं बोलते. कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे के मुताबिक कि जब फिल्म शुरू होती है तो उसमें बताया कि फिल्म किसके आर्शिवाद से बनी. इसमें बताया गया कि यह फिल्म मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, देवेन्द्र फड़णवीस के आर्शिवाद से बनी थी, लेकिन देखिए इसमें रामायण को किस विकृत स्वरूप में दिखाया गया, लेकिन इसके बाद बीजेपी का कोई भी नेता इस फिल्म पर एक भी बयान जारी नहीं किया.
उधर सीएम का कमलनाथ पर पलटवार: उधर पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा कर्मचारियों को धमकाए जाने के बयान पर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. सीएम शिवराज ने कहा कि जो व्यक्ति मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों, उन्हें इस तरह की घटिया भाषा बोलना शोभा नहीं देता. मैं देख लूंगा, चक्की पीसती है... अब क्या पीसती है... कमलनाथ की चक्की ने जनता को पीसा, इसलिए सवा साल में बाहर हो गए. अधिकारियों को डरा रहे हैं, कर्मचारियों को डराते हैं, आखिर कौन से युग में जी रहे हैं कमलनाथ जी. अधिकारी-कम्रचारी भी इंसान हैं, क्या उन्हें बेज्जत किया जाएगा, उन्हें डराया-धमकाया जाएगा.