मंडला। मध्यप्रदेश उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 में चयनित अभ्यार्थी धरने पर बैठ गए हैं. शिक्षकों की मांग है कि चयनित उम्मीदवारों का सत्यापन प्रक्रिया कर तत्काल उन्हें ज्वाइनिंग दी जाए.
क्या है मामला
भाजपा की तत्कालीन सरकार ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 के पूर्व स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कल्याण विभाग द्वारा प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के माध्यम से संयुक्त पात्रता परीक्षा के तहत उच्च माध्यमिक शिक्षक (HST) के 19,220 पद पर और माध्यमिक शिक्षक (MST) के 1,374 पद पर भर्ती निकाली थी. जिसकी पात्रता परीक्षा परिणाम और इसके बाद दोनों विभागों द्वारा काउसलिंग प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों को मैरिट और वैटिंग लिस्ट भी जारी कर दी गयी. लेकिन इसके बाद नियुक्ति के लिए दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया शुरु नहीं हुई. एक साल बीत जाने पर भी काउंसलिंग प्रक्रिया की कारवाई दस्तावेज सत्यापन पर ही अटकी हुई है. जिससे 30 हजार 594 शिक्षकों की नियुक्तियां अधर में अटकी पड़ी हुई है. इस प्रक्रिया को जल्द पूरा कर शिक्षकों को ज्वाॉइन कराने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय में चयनित उम्मीदवार धरने पर बैठे हैं.
उग्र होगा आंदोलन
धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का कहना है कि 15 फरवरी तक लोक शिक्षण संचनालय पोर्टल दस्तावेज सत्यापन पूर्ण करवाने और नियुक्तियां को लेकर अपडेट नहीं किया गया, तो सभी चयनित शिक्षक अभ्यर्थी भोपाल में उग्र आंदोलन करने करेंगे.