भोपाल/ग्वालियर। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद ज्यादातर एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनने के आसार दिख रहे हैं. इन परिणामों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी का कहना है कि एग्जिट पोल में जो परिणाम आ रहे हैं वो न बनने वाली सरकार के रुझान हैं. 23 मई को चुनाव परिणाम आएगा, जिसमें बनने वाली सरकार के बारे में पता चलेगा, जबकि एक्जिट पोल को प्रदेश के नागरिक खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह ने खयाली पुलाव बताया है.
पचौरी का कहना है कि उनका पुराना अनुभव बताता है कि 2004, 2015 और 2018 में एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे. 2004 में शाइनिंग इंडिया वाली एनडीए सरकार बनने की बात कही गई थी, इसके विपरीत यूपीए की सरकार बनी. 2015 में बिहार और दिल्ली में बीजेपी की बढ़त एग्जिट पोल ने बताई, वो भी गलत साबित हुई और 2018 में मध्यप्रदेश में एग्जिट पोल ने बीजेपी की सरकार बताई थी, लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी. 23 मई को सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.
मंत्री प्रद्युमन सिंह ने एग्जिट पोल को बताया खयाली पुलाव
प्रद्युमन सिंह ने रविवार रात जारी एग्जिट पोल को खयाली पुलाव बताते हुए कहा कि एग्जिट पोल से बीजेपी अपना मन बहला ले. 3 दिन बाद जब चुनाव परिणाम सामने आएंगे. उससे बीजेपी की आंखें खुल जाएंगी. एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया गया है, लेकिन कांग्रेसी इस एग्जिट पोल पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आश्वस्त हैं कि 23 मई को जब चुनाव परिणाम सामने आएंगे तो कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को काफी बढ़त मिलेगी क्योंकि देश के आम आदमी की आवाज सिर्फ कांग्रेस है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री कमलनाथ सभी आम लोगों के हितों की बातें करते हैं, जबकि बीजेपी नेता आम लोगों की बुनियादी समस्याओं से कोई सरोकार नहीं रखते.