भोपाल। पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश की सियासत में सियासी भूचाल जारी है. आज इस सियासी भूचाल का अहम दिन है. आज से विधानसभा के बजट सत्र का आगाज होने वाला है. जिसको लेकर कई तरह के संदेह सभी के मन में हैं, क्योंकि राज्यपाल के आदेश के मुताबिक आज ही फ्लोर टेस्ट भी किया जाना है. खास बात यह है कि इन सारी सियासी गतिविधियों के बीच सिंधिया समर्थक कई विधायक बेंगलुरु के रमाडा में ठहरे हुए हैं. आज दो बातों पर सस्पेंस है, पहला की फ्लोर टेस्ट होगा की नहीं, दूसरा अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो सिंधिया समर्थक विधायक शामिल होंगे की नहीं.
कांग्रेस द्वारा विधायकों को व्हिप जारी करने के बाद भी विधायक अभी तक भोपाल पहुंचे नहीं हैं. जबकि विधानसभा स्पीकर ने शनिवार को सिंधिया समर्थक छह विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं. जिसके बाद कमलनाथ सरकार ने बर्खास्त किए गए छह मंत्रियों के विभागों को दूसरे मंत्रियों को सौंप दिए हैं.
दोनों ही पार्टियों के बीच जुबानी जंग भी लगातार जारी है, एक तरफ कांग्रेस-बीजेपी पर अपने विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगा रही है. वहीं बीजेपी कांग्रेस को अल्पमत की सरकार बताने पर तुली हुई है. जबकि रविवार सुबह जयपुर से कांग्रेस के बाकी विधायक भोपाल पहुंच गए हैं. वहीं बीती रात भी सियासी हलचल काफी तेज रही, जहां देर रात गुरूग्राम के मानेसर रिजॉर्ट में ठहरे विधायकों को भोपाल वापस लाया गया. कमलनाथ सरकार के लिए सबसे बड़ी परीक्षा की घड़ी आज है, जहां तय होगा कि किसकी सरकार बनती है. वहीं विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर भी सस्पेंस है.