भोपाल। मध्यप्रदेश के अगले डीजीपी के तौर पर सुधीर सक्सेना को कमान सौंपी जा सकती है. मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर केन्द्र सरकार ने 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर सक्सेना की सेवाएं वापस सौंप दी हैं. भारत सरकार ने आईपीएस सुधीर सक्सेना को प्रति नियुक्ति से वापस मध्यप्रदेश भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं. वर्तमान डीजीपी विवेक जौहरी का कार्यकाल पांच मार्च को समाप्त होने जा रहा है.
प्रतिनियुक्ति पर गृहमंत्रालय में पदस्थ थे सक्सेना
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर सक्सेना केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर गृह मंत्रालय में पदस्थ थे. इस बैच में उनका क्रम सबसे ऊपर है. सुधीर सक्सेना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी भी रह चुके हैं. इस वजह से सीएम से वे हमेशा संपर्क में रहे हैं. पुलिस मुख्यालय की प्रमुख शाखाओं में शामिल प्रशासन के भी वह एडीजी रह चुके हैं. यही वजह है कि सुधीर सक्सेना को डीजीपी पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा था.
बताया जा रहा है कि प्रतिनियुक्ति से बुलाए जाने के बाद जल्द ही डीजीपी को लेकर उनके नाम का ऐलान हो सकता है. सुधीर सक्सेना अविभाजित मध्यप्रदेश में रायगढ़, छिंदवाड़ा, जबलपुर और रतलाम में एसपी रह चुके हैं. डीआईजी बनने के बाद 2002 में वे सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे. हालांकि वहां से लौटने के बाद उन्हें आईजी इंटेलीजेंस बनाया गया था. मध्यप्रदेश के डीजीपी पद की रेस में सुधीर सक्सेना के अलावा डीजी होमगार्ड पवन जैन को भी दावेदार माना जा रहा था.
(1987 batch IPS Sudhir Saxena) (MP New DGP)