भोपाल। इन दिनों सूडान में सत्ता को लेकर अर्धसैनिक बलों और सेना के बीच संघर्ष चल रहा है. धीरे-धीरे वहां हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. कई भारतीय वहां फंसे हुए हैं. लेकिन खुशी की बात है कि सूडान से जेद्दाह आए भारतीयों को लेकर विमान दिल्ली पहुंच गया है. जिसमें भोपाल के कारोबारी जयंत भी शामिल हैं. जयंत गुरुवार सुबह फ्लाइट से भोपाल पहुंच गए हैं. जयंत की मां बेटे से मिलते ही लिपट गई और एयरपोर्ट पर ही रोने लगीं. जिसके बाद जयंत ने मां को संभालते हुए कहा कि ''बेटा सामने है, अब क्यों रोती हो.'' इसके बाद जयंत घर पहुंचे तो घर पर बहन ने आरती उतारकर जयंत का वेलकम किया. जयंत ने बताया कि ''किस तरह से सूडान में वह फंसे हुए थे और वहां पर उनको कैसा लग रहा था, एक समय तो ऐसा लग रहा था कि बच भी पाएंगे कि नहीं.''
जिंता में जी रहा था जयंत का परिवार: जयंत की बहन वंशिका बताती हैं कि ''भाई ने जब जेद्दाह से अपनी सेल्फी हमें भेजी थी, तो थोड़ा सुकून हो गया था, लेकिन उससे ज्यादा बात नहीं हो पाई. क्योंकि वहां पर नेटवर्क का इशू आ रहा था. कंट्री चेंज होने के चलते नेटवर्क में प्रॉब्लम आ रही थी. ऐसे में कई बार जयंत का मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा. फिर दिल्ली आने पर जयंत ने मैसेज कर बताया कि वह दिल्ली सुरक्षित पहुंच गया है और उसके साथी भी सुरक्षित हैं और वह गुरुवार सुबह की फ्लाइट से भोपाल आएगा.''
Also Read: इससे जुड़ी यह खबरें भी पढ़ें |
ऑपरेशन कावेरी के तहत फंसे भारतीयों को बचाया: आपको बता दें कि सूडान में पैरा मिलिट्री और मिलिट्री के बीच लड़ाई चल रही है, जिसमें भोपाल के 23 साल के युवा जयंत भी फंस गए थे. जयंत को 20 तारीख को वापस स्वदेश लौटना था, लेकिन 15 अप्रैल से ही लड़ाई शुरू हो गई, तो जयंत वहां फंस गए. ऐसे में उनके परिवार को जयंत की काफी चिंता हो रही थी, लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे भारतीयों को निकाला गया है. जिन्हें सऊदी अरब के जेद्दाह पर रुकाया गया है. इसके बाद बुधवार को जेद्दाह से दिल्ली तक सभी फंसे हुए यात्रियों को एअरलिफ्ट किया गया और एयरपोर्ट पहुंचने के बाद देर रात यहां पर इनका मेडिकल आदि चेकअप हुआ. रात को दिल्ली रुकने के बाद जयंत गुरुवार सुबह की फ्लाइट से भोपाल पहुंचे. भोपाल एयरपोर्ट पर जयंत के परिजन उनके स्वागत के लिए मौजूद थे.
जयंत के लौटने पर परिवार में खुशी: फिलहाल जयंत की मां और उनके पिता के साथ उनकी बहन को अपने भाई के घर लौटने से बेहद खुश हैं. मां का कहना है कि ''अब बेटा घर आ गया है तो सबसे पहले उसे उसके पसंदीदा हलवा बनाकर खिलाएंगी.'' बहन वंशिका कहती हैं कि ''भाई के साथ घूमने का प्लान है, फिलहाल तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है.''