भोपाल। कमलनाथ सरकार खाली पड़ी जमीन का उपयोग सौर ऊर्जा के भंडारण को बढ़ाने के लिए करेगी. इसके लिए खाली जमीन पर सौर ऊर्जा स्टोरेज और ट्रांसमिशन सेंटर स्थापित किय जाएगे. मुख्यमंत्री कमलनाथ केन्द्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में 650 किलोवॉट क्षमता के सौर संयंत्र के शिलान्यास पर बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सौर ऊर्जा स्टोरेज और ट्रांसमिशन सेंटर की मदद से दिन के समय सौर ऊर्जा का उत्पादन होकर इसे स्टोरेज किया जाएगा. सरकार इसके लिए टेंडर जारी कर चुकी है. मुख्यमंत्री ने विनोबा भावे अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार देने का भी ऐलान किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार सोलर पंप के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले देश को दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब हमारे सामने सबसे बड़ी अगली चुनौती सौर ऊर्जा के क्षेत्र के भंडारण की है. सरकार इस दिशा में काम कर रही है. सौर ऊर्जा का हम बड़े पैमाने पर ग्रामीण क्षेत्र विशेषकर कृषि क्षेत्र में प्रयोग करने जा रहे हैं. सरकार का प्रयास है कि कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक गैर पारंपारिक ऊर्जा का उपयोग हो यह हमारी कोशिश है इससे हम पर्यावरण के साथ ही खेती किसानी के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवा पाएंगे और कई स्तरों पर होने वाले व्यय को कम कर सकेंगे.
बता दे कि मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में जिस सौर संयंत्र परियोजना का शिलान्यास किया है इसकी क्षमता 650 किलोवाट है इस संयंत्र से साल लगभग 9 लाख 50 हजार यूनिट विद्युत का उत्पादन होने की संभावना है. उत्पादित बिजली 1 रुपये 38 पैसे प्रति यूनिट की दर से संस्थान को उपलब्ध होगी.