भोपाल। मध्यप्रदेश में पंच परमेश्वर योजना एक बार फिर शुरू होने के बाद अब पंच को अधिकार दिए गए हैं. मजदूरों को काम दिलाने का अधिकार पंचों को दिया गया है अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा में काम की जरूरत होने पर मजदूर ग्राम प्रधान यानी सरपंच को आवेदन करता था. साथ ही अब कॉल सेंटर का विकल्प भी तैयार किया गया है जिसके जरिए मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन करा कर काम ले सकेंगे.
पंच परमेश्वर योजना के जरिए गांव में डेढ़ हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के काम किए जाएंगे. महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से भी काम करवाए जा रहे हैं. सरकार ने तय किया है कि समूह पूर्ण पोषण आहार और स्कूलों में बच्चों की यूनिफार्म तैयार करेगा. जिससे स्व सहायता समूह के हाथों में करीब 2000 करोड़ रुपए पहुंचेंगे और ग्रामीण महिलाओं को इसका फायदा पहुंचेगा.
अब मजदूर को काम के लिए फॉर्म भरकर पंच को देना होगा. प्रदेश के करीब 35 जिलों में कॉल सेंटर भी शुरू हो गया है इसके जरिए भी मजदूर काम ले सकेंगे. लॉकडाउन के बाद मध्य प्रदेश लौटे श्रमिकों और दूसरे मजदूरों को मिलाकर 22 लाख मनरेगा के तहत काम दिए जा चुके हैं.