भोपाल। मध्यप्रदेश का एक मात्र शासकीय कन्या आवास विद्यालय जहां छात्राएं संस्कृत भाषा को देशभर में बढ़ावा देने का काम कर रही हैं. यहां छात्राएं संस्कृत में बातचीत करने के अलावा विद्यालय में नाटक और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संस्कृत भाषा में करती हैं. छात्रायें न सिर्फ संस्कृत भाषा का अध्ययन करती हैं बल्कि अंग्रेजी में भी इन छात्राओं की अच्छी खासी पकड़ है. विद्यालय में छात्राओं को स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से आधुनिक शिक्षा भी दी जाती है.
विद्यालय का निर्माण एक साल पहले हुआ है. शासन द्वारा संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश में यहां पहला संस्कृत विद्यालय खोला गया, जिसके पीछे शासन का उद्देश्य संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने का है. एक साल में इस विद्यालय में 47 छात्राएं अध्ययनरत हैं.
स्कूल में ही छात्राओं को ठहरने के लिए हॉस्टल बनाया गया है. छात्राओं की सुरक्षा के लिये कैंपस में चारों और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. शासकीय कन्या संस्कृत आवासीय विद्यालय न्यू मार्केट में स्थित है, यहां प्रदेश के 23 जिलों की 47 छात्राएं रहकर संस्कृत विषयों के साथ ही आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रही हैं. पहले साल कक्षा छठवीं और नवी में कुल 7 सीटें निर्धारित की गई थीं, जिनकी संख्या बढ़ा दी गई है.
हॉस्टल में कुल 47 छात्राएं रहती हैं, ये छात्रायें मध्यमवर्गीय परिवारों से आती हैं. एक ओर संस्कृत, हिंदी जैसी भाषाएं धीरे-धीरे देश में खत्म हो रही हैं वहीं भोपाल में प्रदेश का एकमात्र संस्कृत विद्यालय है, जहां छात्राएं संस्कृत में बातें करती हैं, संस्कृत में ही संगोष्ठी और डिबेट जैसे कार्यक्रम विद्यालय में किए जाते हैं. यहां छात्रायें वेस्ट मटेरियल से बेहद खूबसूरत और आकर्षण कलाकृतियां बनाती हैं.