भोपाल। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ जोड़कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने की अपील कर रहे हों, लेकिन उनकी अपील का असर उनकी ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बेअसर साबित हो रहा है. जिसका खामियाजा मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को भुगतना पड़ा. बीती रात आई कोरोना की रिपोर्ट में मंत्री के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
कुछ दिनों पहले नवागत मंत्री के साथ सेल्फी लेने के दौरान ना तो कार्यकर्ता मास्क लगाए थे और ना ही माननीय. ये स्थिति तब है जब मध्यप्रदेश में कोरोना का संकट लगातार बरकरार है और मध्य प्रदेश के कई हिस्से कोरोना हॉटस्पॉट बन रहे हैं.
माननीय का फूल मालाओं से सम्मान
बात सिर्फ सेल्फी तक सीमित नहीं है, कार्यक्रम से बाहर निकले कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का उनके समर्थकों ने फूल मालाओं से प्रदेश कार्यालय की बाहर स्वागत अभिनंदन किया. यही स्थिति कृषि मंत्री कमल पटेल के साथ भी हुई. कार्यकर्ता बेझिझक बिना मास्क के उनके साथ सेल्फी लेते रहे. हालांकि जब कोरोना संक्रमण को लेकर मंत्री अरविंद भदौरिया से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी सरकार चिंतित है और मुस्तैदी से जुटी हुई है. इससे निपटने के लिए प्रदेश में किल कोरोना अभियान भी चलाया जा रहा है.
न नसीहत काम आई और न समझाइश
मंत्रिमंडल गठन के बाद पहली कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को नसीहत दी थी कि कोरोना संक्रमण देखते हुए नेता कार्यकर्ताओं की भीड़ को इकट्ठा करने से बचें. स्वागत सत्कार ना कराएं, ताकि कोरोना से बचा जा सके. मुख्यमंत्री ने नवागत मंत्रियों को कोरोना की पिछले 3 माह की स्थिति से भी रूबरू कराया. कोरोना से किस तरह से बचा जा सकता है और कैसे लोगों में इसके संक्रमण को फैलने से रोकना है इसकी भी जानकारी दी गई, लेकिन यह तमाम जानकारियां और नसीहत दूसरे दिन ही धरी की धरी रह गई.
सेवा संवाद कार्यक्रम की सेल्फी
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में सेवा संवाद कार्यक्रम के बाद अपने चहेते मंत्रियों के साथ सेल्फी लेने के लिए कार्यकर्ता उमड़ पड़े. मास्क में चेहरा पहचान में नहीं आता इसलिए कार्यकर्ताओं ने कोरोना का डर छोड़ बिना मास्क में ही नेताओं के साथ सेल्फी लेना शुरू कर दी. कार्यकर्ताओं की धक्का-मुक्की के बीच माननीय भी भूल गए कि मास्क लगाना जरूरी है और वे खुद इसके लिए लोगों से अपील करते रहे हैं.