भोपाल। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी लंबे समय से अपने काम में वेतनमान और सुविधाओं की मांग को लेकर लड़ाई लड़ते आ रहे हैं. इसी कड़ी में आज भी प्रदेश भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आधी रोटी को लेकर एक सांकेतिक प्रदर्शन किया.
अपने इस अनोखे प्रदर्शन के बारे में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय प्रवक्ता राकेश मिश्रा ने बताया कि संविदा कर्मचारियों के लंबे संघर्ष के बाद 5 जून 2018 को सामान्य प्रशासन की संविदा निर्मित लागू की गई थी, जिसके मुताबिक नियमित कर्मचारियों के समकक्ष 90 फीदसी वेतनमान, सुविधाएं और लाभ संविदा कर्मचारियों को भी देने का प्रावधान था जिसे अब तक प्रदेश के 10-12 विभागों में लागू कर दिया गया है, लेकिन अब भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में लगभग 19 हजार संविदा कर्मी जो कार्यरत हैं, इसका लाभ नहीं दिया गया.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मचारी भी पहली पंक्ति में कोरोना योद्धा के तौर पर खड़े होकर काम भी कर रहे हैं. कोविड-19 ड्यूटी के दौरान 6 संविदा कर्मचारियों की मृत्यु भी हुई है, लेकिन उनका भी बीमा न होने के कारण उनके परिवार को किसी भी तरह का लाभ नहीं मिल पाया और मुख्यमंत्री कोविड-19 कल्याण योजना से भी संविदा कर्मचारी वंचित हैं.
अपनी इन्हीं मांगों को लेकर के आज प्रदेश भर के 51 जिलों में सभी संविदा कर्मचारियों ने मिलकर शासन प्रशासन का ध्यान अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए 'आधी रोटी-आधा पेट, संविदा जीवन चढ़ गया भेंट' नारे के साथ प्रदर्शन किया.