भोपाल। कर्जमाफी पर बीजेपी के बाद अब किसान नेताओं ने भी प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसान नेता शिवकुमार शर्मा ने सरकार पर कर्जमाफी के नाम पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कर्जमाफी अभी अधूरी है. किसानों पर दर्ज प्रकरण भी वापस नहीं लिए गए, जबकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसका वादा बहुत पहले कर दिया था. किसान नेता शिवकुमार शर्मा ने कहा कि बीजेपी हो या कांग्रेस सभी सरकारें किसानों को महज वोट बैंक समझती हैं.
'राहुल गांधी का वादा हुआ हवा'
शिवकुमार शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, यहां तक कि राहुल गांधी ने एक सभा के दौरान किसानों का कर्ज माफ नहीं होने की स्थिति में प्रदेश के मुख्यमंत्री बदलने तक का एलान किया था, लेकिन सरकार बने करीब 10 महीने से भी ज्यादा वक्त बीत चुका है और राहुल गांधी का वादा भी हवा हवाई साबित हो रहा है.
'सहकारी बैंकों पर दवाब बना रही सरकार'
किसान नेता शिवकुमार शर्मा उर्फ कक्का ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कर्ज माफी के नाम पर सरकार केवल लफ्फाजी कर रही है. मुख्यमंत्री कमलनाथ झूठ बोल रहे हैं. सरकार का खजाना खाली है. ऐसे में पूर्ण कर्ज माफी के लिए 35 हजार करोड़ रुपए की आवश्यकता है. इसलिए सरकार सहकारी बैंकों पर दबाव बना रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए दो महीने के अंदर एक कमेटी भी बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक किसानों के लिए कोई कमेटी गठित नहीं की गई है.
'एजेंडे में कभी नहीं रहे किसान'
शिवकुमार शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ये घोषणा भी की थी कि जिन किसानों पर झूठे प्रकरण दर्ज किए गए हैं, वे प्रकरण भी वापस लिए जाएंगे. करीब सात हजार किसानों के खिलाफ 39 हजार प्रकरण दर्ज किए गए हैं, लेकिन आज तक एक भी केस वापस नहीं लिया गया. किसान कभी भी किसी भी सरकार के एजेंडे में नहीं रहे हैं, उन्हें महज वोट बैंक के लिए यूज किया गया.