भोपाल। अमर सिंह ने 2021 में इस महिला से दूसरी शादी की थी. उसके कुछ दिनों बाद ही वह इस के चरित्र पर शक करने लगा था. इसके चलते आए दिन उनके घर में विवाद होता था और मारपीट होती थी. इसी के चलते महिला ने अपने पहले पति के बेटे के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. साजिश के तहत सोमवार रात ड्राइवर को पत्नी घुमाने के बहाने घर से ले गई. मालीखेड़ी पुलिया के पास बेटे को बुलाकर हत्या कर दी. लाश को पुलिया के पास ही फेंककर दोनों चुपचाप घर आ गए. पुलिस ने मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है.
पत्नी की मृत्यु के बाद की थी दूसरी शादी : भोपाल के भानपुर के पास रहने वाले अमर सिंह विश्वकर्मा (55) हमीदिया अस्पताल में सरकारी ड्राइवर थे. इन दिनों वह हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी की कार चला रहे थे. सोमवार को ड्यूटी खत्म होने के बाद वह सोमवार रात 8 बजे घर पहुंचे. थोड़ी देर बाद उनकी दूसरी पत्नी शांति कुशवाहा ने कहा कि मंदिर में भंडारा खाने चलते हैं. अमर पत्नी को बाइक परबैठाकर घर से निकले. मालेखेड़ी के पास शांति ने बाइक रुकवाई. उसने अपने बड़े बेटे शिवराज को बुलाया.
गुप्ती से ताबड़तोड़ हमला : शिवराज मौके पर आया और उसने गुप्ती से ताबड़तोड़ पिता पर हमला कर दिया. अमर ने बचने के लिए विरोध किया, इस पर पत्नी ने उनके शरीर पर पत्थर से हमला कर दिया. हत्या के बाद दोनों उनका शव पुलिया के पास फेंककर घर आ गए. पुलिस ने बताया कि उसकी पत्नी शांत कुशवाहा के पहले पति से दो बच्चे हैं पहला शिवराज उम्र 19 साल और दूसरा राहुल उम्र 17 साल कल देर शाम शिवराज की शिकायत पर ही पुलिस ने अमर सिंह की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था.
रात भर करते रहे खोजने का नाटक : हत्या के बाद अमर सिंह के सौतेले बेटे शिवराज ने ताना छोला मंदिर पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और रातभर परिजनों के साथ अमर सिंह को ढूंढने का नाटक करते रहे. पुलिस ने इस पूरे मामले में दोनों मां-बेटे को गिरफ्तार कर अदालत भेज दिया है. (Second husband doubt character of woman) (Woman with son killed hospital superintendent driver)