भोपाल | प्रदेश में भारी बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इसके बाद प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग की है. जिसके बाद सेन्ट्रल इंटर मिनिस्ट्रियल टीम ने मध्यप्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है. इस दौरान टीम ने दौरा पूरा करने के बाद राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से मुलाकात की. इस दौरान गोविंद सिंह ने अति बारिश वाले क्षेत्रों को गंभीर आपदा घोषित करने का अनुरोध किया है .
दिल्ली की टीम से बातचीत में मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ से प्राथमिक अनुमान के अनुसार लगभग 12 हजार करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है. प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.
राजस्व मंत्री ने कहा कि साल 2013 के बाद इस साल सबसे ज्यादा1203 मिमी बारिश दर्ज की गई है. अति वर्षा और बाढ़ से खेतों में उड़द और सोयाबीन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. इस दौरान राज्य सरकार ने राहत और बचाव के पूरे प्रयास किये. मध्यप्रदेश में वर्षा की हर दिन की मॉनिटरिंग की गई और बारिश से किसी भी प्रकार की जनहानि न हो इसके लिए रेस्क्यू टीमें तैयार रही.
सेना को किया तैनात-गोविंद सिंह राजपूत
राजस्व मंत्री ने टीम को बताया कि केन्द्र और राज्य शासन के समन्वय से प्रभावित स्थानों पर सेना की तैनाती की गई . सेना, आपदा प्रबंधन एजेंसियों और स्थानीय पुलिस बल की मदद से प्रभावितों को एयरलिफ्ट कर और मोटरबोट के माध्यम से बचाव कार्य किये गये.
अति बारिश वाले क्षेत्रों को गंभीर आपदा घोषित करने का किया अनुरोध
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि प्रदेश को इस क्षति से उबरने में काफी समय लगेगा. राजस्व मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस संबंध में केन्द्र को प्रदेश का मेमोरेंडम शीघ्र भेजा जाये.
चर्चा के दौरान केन्द्रीय दल का नेतृत्व कर रहे केन्द्र सरकार के संयुक्त सचिव संदीप पौण्डरिक सहित अन्य सदस्य, प्रदेश के प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.