भोपाल। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में 21 टुकड़ियां हिस्सा लेंगी, जिसमें शौर्य दल की टुकड़ी भी शामिल है. शौर्य दल में 70 सदस्य हैं, जिसमें महिलाएं, पुरुष और छात्राएं शामिल हैं. प्रदेश में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रदेश सरकार ने शौर्य दल का गठन किया था. आज शौर्य दल समाज में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है. शौर्य दल से ईटीवी भारत ने खास बात की.
सरकार ने प्रदेश की हिंसा के शिकार और सामाजिक कुरीतियों से पीड़ित महिलाओं को ताकत देने के लिए साल 2015 में शौर्य दल का गठन किया था. शौर्य दल में शामिल छात्राओं ने बताया कि वह समाज में महिलाओं को जागरूक करने के लिए कई तरह का कार्य कर रही हैं. छात्राओं ने बताया कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाओं को सरकार की योजनाओं से अवगत कराती है. उन्होंने बताया कि जो महिलाएं घरेलू हिंसा से पीड़ित हैं या फिर जो खुलकर सामने नहीं आ पातीं, ऐसी महिलाओं की मदद करने के लिए शौर्य दल लगातार काम कर रहा है.
उनका कहना है कि शौर्य दल में स्कूली छात्राओं से लेकर कॉलेज की छात्राएं और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. प्रदेश में शौर्य दल ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है. छात्राओं ने बताया कि आज भी वह ग्रामीण क्षेत्रों में देखती हैं कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं हैं, वह खुलकर सामने आना नहीं चाहतीं और कई जगह बाल विवाह भी खुलेआम होते हैं, जिसे रोकने के लिए शौर्य दल लगातार प्रयास कर रहा है.