ETV Bharat / state

कोरोना काल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े रिश्ते, फैमिली कोर्ट की काउंसलर के पास आया मामला

लॉकडाउन के चलते कोर्ट अब तक नहीं खुले हैं, ऐसे में फैमिली कोर्ट में दर्जनों मामले पेंडिंग पड़े हैं, लेकिन जो परिवार घरेलू विवादों से बहुत ज्यादा परेशान हैं, वो काउंसलर को फोन कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मामले सुलझा रहे हैं.

Family Court Counselor Sarita Rajani
फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी
author img

By

Published : Aug 29, 2020, 4:58 PM IST

भोपाल। फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी इन दिनों घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या फिर कॉल पर परामर्श कर रही हैं. ऐसे में लॉकडाउन में कई तरह के मामले देखने को मिल रहे हैं ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा या पति पत्नी के विवाद और डिप्रेशन से संबंधित आ रहे हैं.

फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी

लॉकडाउन में हो रही ज्यादातर शादियां सक्सेस नहीं हो रही हैं. ये हम नहीं बल्कि कोर्ट में पेंडिंग पड़े विवाह विच्छेद के मामले और परामर्श में सामने आ रहे मामले बता रहे हैं. फैमिली कोर्ट की काउंसलर बताती हैं कि इन दिनों दर्जनों ऐसे मामले सामने आए हैं. जहां शादी के 10 से 15 दिन बाद ही पति या पत्नी की तरफ से तलाक के लिए पिटीशन दायर हो रही है.

कई मामले ऐसे हैं जहां लॉक डाउन के कारण शादी की डेट आगे बढ़ गई और इसी बीच लड़का-लड़की की फोन पर ज्यादा बातें होने से मामले बिगड़े और शादी टूटने की नौबत आ गई. ऐसा ही एक मामला फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी के पास आया. जहां लड़का-लड़की की शादी माता पिता की पसंद से फिक्स हुई, लेकिन लॉक डाउन के कारण शादी की डेट आगे बढ़ गई.

अब लड़का लड़की आपस में फोन पर बातें करते रहे और लड़के ने लड़कीं को फोन पर घर के रीति रिवाज बताना शुरू कर दिए, जिससे घबरा कर लड़की ने शादी तोड़ दी. लेकिन लड़के ने शादी की जिद की और जब लड़की नहीं मानी तो काउंसलर सरिता राजानी से मामले की कॉउंसलिंग कराई.

इस मामले की कॉउंसलिंग वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल पर हुई. लगभग 1 हफ्ते तक युवक और युवती ने कॉन्फ्रेंस कॉल पर मामले की कॉउंसलिंग कराई और दोनों ने अपनी गलती स्वीकारी. जिसके बाद घर वालों को बताकर मंदिर में शादी की.

काउंसलर बताती हैं कि इस तरह के कई मामले हैं, जिन पर सुनवाई हो रही है. ज्यादातर मामले लॉकडाउन में हुई शादी टूटने को है. काउंसलर द्वारा घरों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है.

भोपाल। फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी इन दिनों घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या फिर कॉल पर परामर्श कर रही हैं. ऐसे में लॉकडाउन में कई तरह के मामले देखने को मिल रहे हैं ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा या पति पत्नी के विवाद और डिप्रेशन से संबंधित आ रहे हैं.

फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी

लॉकडाउन में हो रही ज्यादातर शादियां सक्सेस नहीं हो रही हैं. ये हम नहीं बल्कि कोर्ट में पेंडिंग पड़े विवाह विच्छेद के मामले और परामर्श में सामने आ रहे मामले बता रहे हैं. फैमिली कोर्ट की काउंसलर बताती हैं कि इन दिनों दर्जनों ऐसे मामले सामने आए हैं. जहां शादी के 10 से 15 दिन बाद ही पति या पत्नी की तरफ से तलाक के लिए पिटीशन दायर हो रही है.

कई मामले ऐसे हैं जहां लॉक डाउन के कारण शादी की डेट आगे बढ़ गई और इसी बीच लड़का-लड़की की फोन पर ज्यादा बातें होने से मामले बिगड़े और शादी टूटने की नौबत आ गई. ऐसा ही एक मामला फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता राजानी के पास आया. जहां लड़का-लड़की की शादी माता पिता की पसंद से फिक्स हुई, लेकिन लॉक डाउन के कारण शादी की डेट आगे बढ़ गई.

अब लड़का लड़की आपस में फोन पर बातें करते रहे और लड़के ने लड़कीं को फोन पर घर के रीति रिवाज बताना शुरू कर दिए, जिससे घबरा कर लड़की ने शादी तोड़ दी. लेकिन लड़के ने शादी की जिद की और जब लड़की नहीं मानी तो काउंसलर सरिता राजानी से मामले की कॉउंसलिंग कराई.

इस मामले की कॉउंसलिंग वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल पर हुई. लगभग 1 हफ्ते तक युवक और युवती ने कॉन्फ्रेंस कॉल पर मामले की कॉउंसलिंग कराई और दोनों ने अपनी गलती स्वीकारी. जिसके बाद घर वालों को बताकर मंदिर में शादी की.

काउंसलर बताती हैं कि इस तरह के कई मामले हैं, जिन पर सुनवाई हो रही है. ज्यादातर मामले लॉकडाउन में हुई शादी टूटने को है. काउंसलर द्वारा घरों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.