भोपाल। राजधानी भोपाल में स्मार्ट सिटी के तहत राजा भोज मेट्रो के लिए स्टेशन और रास्ता बनाने की कवायद शुरू हो गई है. जिसको लेकर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने नगर निगम आयुक्त, एडीएम, एसडीएम और मेट्रो कारपोरेशन के अधिकारी के साथ बैठक की. बैठक में भोपाल मेट्रो कार्य योजना को लेकर चर्चा की गई.
कलेक्टर ने कहा कि जिन जगहों पर स्टेशन के जमीन की आवश्यकता है, उन सभी स्थानों का भौतिक परीक्षण के साथ शासकीय भूमि की उपलब्धता और अन्य बातों का ध्यान रखकर कार्य तेजी से किया जाए. कलेक्टर ने आयुक्त नगर निगम के साथ एसडीएम को दो दिन में इन जगहों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए. रोशनपुरा चौराहा पर प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए विस्तृत सर्वे रिपोर्ट बनाने के लिए निर्देश दिए हैं. साथ ही जिंसी चौराहा पर बनने वाले इंटरचेंज स्टेशन के लिए भी भूमि की उपलब्धता के लिए सिटी एसडीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बैठक में जानकारी दी गई है कि पर्पल और रेड मेट्रो लाइन के लिए बनने वाले स्टेशन और उनकी अप्रोच रोड के सम्बन्ध में चर्चा की गई. इसके साथ ही विद्युत विभाग के द्वारा लाइन शिफ्टिंग के लिए सभी टेंडर लगाकर और उसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है. लोक निर्माण विभाग और सीपीए ने भी एम्स से भदभदा के बीच निर्माण के लिए सभी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिए हैं.
अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन के लिए भी सर्वे किया का चुका है, जिसका काम जल्दी शुरू किया जाएगा. भोपाल टॉकीज से बड़ा बाग के कब्रिस्तान से सिंधी कॉलोनी और डीआईजी चौराहे तक मेट्रो अंडरग्राउंड ही रहेगी. जिसके लिए कलेक्टर ने सभी स्टेशनों पर पार्किंग और कनेक्टिंग लोकल ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था के लिए जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं.
मेट्रो के लिए पाइप लाइन और हाई टेंशन लाइन शिफ्ट करने पर विचार
बैठक के दौरान घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मेट्रो के रूप में आने वाली पानी की पाइप लाइन और हाई टेंशन लाइन शिफ्ट करने को लेकर योजना बनाई गई है. पाइप लाइन शिफ्ट करने के लिए नगर निगम ने और हाई टेंशन लाइन शिफ्ट करने के लिए बिजली कंपनी ने मेट्रो कारपोरेशन से राशि दिलवाने की बात भी कही है. हालांकि इसे लेकर एक राय नहीं हो पाई है, क्योंकि इससे मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत और ज्यादा बढ़ जाएगी. कलेक्टर ने दोनों विभागों को समझाइश दी है कि नगर निगम की पानी की पाइप लाइन अभी बनाई जा रही है. जबकि मेट्रो का रूट पहले से ही प्रस्तावित है, ऐसी स्थिति में नगर निगम की पानी की पाइप लाइन का रूट बदला जा सकता है. वहीं हाई टेंशन लाइन शिफ्ट करने को लेकर फिलहाल सहमति नहीं बन पाई है. इसे लेकर अगली बैठक में विचार किया जाएगा. कलेक्टर ने मेट्रो कार्य योजना की समीक्षा करते हुए सभी मेट्रो स्टेशन की आवश्यकता अनुसार जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि शहरी और घने आबादी क्षेत्रों में ऐसी डिजाइन बनाए जिससे कम जगह में बेहतर प्रबन्धन किया जा सके.