भोपाल। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भोपाल में धरना प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है. जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में इसका निर्णय लिया गया है. उधर इसको लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि यह क्राइसिस मैनेजमेंट नहीं बल्कि कोरोना मैनेजमेंट है, लेकिन कांग्रेस 3 मार्च को विधानसभा का घेराव जरूर करेगी.
धरना प्रदर्शन पर लगाई रोक
ककलेक्टर कार्यालय में हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में कोरोना से बचाव के तरीके लोगों को पालन कराने जागरूक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के बताया कि एसडीएम की अध्यक्षता में क्षेत्र के व्यापारियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों की बैठक कर जागरूकता अभियान और मास्क के लिए टोका टाकी अभियान चलाया जाएगा. शहर में होने वाले कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का पालन कराया जाएगा. साथ ही धरना प्रदर्शनों पर भी रोक लगाई गई है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और केरल की तरह भोपाल और इंदौर में भी कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, इसलिए सावधानी जरूरी है.
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प्रदर्शन पर रोक को लेकर कांग्रेस ने जताई आपत्ति
उधर कोरोना के नाम पर धरना प्रदर्शन पर रोक लगाए जाने पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि यह क्राइसेस मैनेजमेंट नहीं, बल्कि कोरोना मैनेजमेंट है. कब विधानसभा का सत्र छोटा करना है, कब बढ़ाना यह कमेटी के द्वारा तय किय जाता है. उन्होंने कहा कि कोरोना के नाम पर दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है. एक तरफ भोपाल में मेले को अनुमति दी गई, वहीं धरना प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है. वे इस मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे.