भोपाल। भारत जैसे विकासशील देश में पीरियड्स को लेकर आज भी कई तरह ही भ्रांतियां समाज में अपनी जड़ें जमाएं बैठी है. पीरियड्स को लेकर लोगों में जागरूकता की भारी कमी है. पीरियड्स को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए भोपाल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया.
आयोजनकर्ता जान्हवी तिवारी ने बताया कि आज भी हमारी समाज में पीरियड्स को एक टैबू बनाकर रखा है. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान शारीरिक और मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है. इसके लिए जागरूकता की जरूरत है और इसे एक सामान्य प्रक्रिया की तरह ही लेना चाहिए क्योंकि यह एक प्राकृतिक प्रकिया है. इसके लिए लोगों से बात करने चाहिए. ताकि उनकी समस्याओं को समझा जा सके.
जान्हवी तिवारी ने बताया कि भोपाल में उसके संगठन ने ओपन डिस्कशन, गेम्स और डांस प्रतियोगिता आयोजित की है. आयोजनकर्ता ने बताया कि मासिक धर्म को लेकर लोगों में जागरूकता लाने और टैबू को हटाने के लिए वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने 28 मई को वर्ल्ड मेंसटूरल हाइजीन डे घोषित किया है.
देश में आज भी उचित स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने के कारण कई महिलाओं और किशोर लड़कियों को कई दूसरी तरह की स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरत बात करने और जागरूकता लाने की है.