भोपाल। राजधानी में हाउसिंग सोसायटी माफिया पर भी प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है, जिला प्रशासन ने पहली जांच में 20 नई हाउसिंग सोसायटी चिन्हित की है. जिनमें वित्तीय अनियमितता का अंदेशा है.
भोपाल में 581 हाउसिंग सोसायटी हैं. इनमें 140 को अब तक प्लॉट आवंटित नहीं हो पाए हैं, लिहाजा इनमें गड़बड़ी की आशंका नहीं है. जबकि 250 सोसायटी ऐसी हैं जिनमें प्लाटों का आवंटन हो चुका है और अभी तक किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं आई है. 191 सोसायटी ऐसी हैं जिनमें हमेशा विवाद की स्थिति बनी रहती है, इनमें से 59 की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी है. जिसमें 39 सोसायटियों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी वहीं 20 सोसायटियां रसूखदारों की हैं.
जिन सोसायटीयों ने पिछले 2 सालों से ऑडिट नहीं कराया है, इनमें से शहर की 13 हाउसिंग सोसायटियों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया है. वहीं अगले 3 सालों तक अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा दी गई है. सहायक आयुक्त सहकारिता डॉ. रविकांत वाघमारे ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं.
इन सोसायटी के अध्यक्षों का हटाया गया
- जनसहयोग हाउसिंग सोसायटी : हरीश शर्मा
- पुष्प गृह हाउसिंग सोसायटी : आशुतोष तिवारी
- अंकुर हाउसिंग सोसायटी : संजय अगनानी
- नमन हाउसिंग सोसायटी : गुरमेल सिंह
- सहकारी कर्मचारी हाउसिंग सोसायटी : एलएन तिवारी
- निवास हाउसिंग सोसायटी : पुरुषोत्तम तोतलानी
- टैगोर हाउसिंग सोसायटी : जेपी श्रीवास्तव
- मिनेश्वर हाउसिंग सोसायटी : देवेंद्र कुमार
- सहयोग हाउसिंग सोसायटी : शिव कुमार
- उषा प्रभा हाउसिंग सोसायटी : बी गोविंद
उपाध्यक्षों को भी हटाया
- परस्पर हाउसिंग सोसायटी : उपाध्यक्ष, सुशील अग्रवाल
- परिता हाउसिंग सोसायटी : उपाध्यक्ष, शंकर हिरवानी
- मंदाकिनी हाउसिंग सोसायटी : उपाध्यक्ष, मनीष दास