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सिंहस्थ में हुई अनियमितता की जांच रिपोर्ट पेश करने की तैयारी, समिति का हुआ गठन

सिंहस्थ-2015 में हुए कथित घोटाले को लेकर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने तीन सदस्यों की एक टीम बनाई है, जो इस मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी. बता दें  विधायक विनय सक्सेना ने तय बजट से अधिक राशि खर्च करने का मुद्दा उठाया था, जिसका जवाब देने की तैयारी की जा रही है.

सिंहस्थ में हुए घोटाले की जांच
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Published : Nov 8, 2019, 4:23 PM IST

भोपाल। सत्ता में आने के बाद से ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार कई बार सिंहस्थ में हुए घोटाले की जांच की बात कर रही है, लेकिन इस दिशा में अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. हालांकि प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने तीन अधिकारियों की एक समिति गठित की है, जो सिंहस्थ घोटाले की जांच रिपोर्ट तैयार करेगी. उसके बाद रिपोर्ट को आगामी विधानसभा सत्र में पेश किया जा सकता है.

उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ में तय बजट से 100 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च को लेकर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने तीन अधिकारियों की टीम को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. समिति को 30 नवंबर तक रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए हैं. बता दें कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने तय बजट से अधिक राशि खर्च करने का मुद्दा पिछले विधानसभा सत्र में उठाया था, जिसका जवाब इस सत्र में देने की तैयारी की जा रही है.

23 जुलाई 2019 को विधानसभा में जबलपुर से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने सवाल उठाया था कि उज्जैन महाकुंभ के लिए 327 करोड़ रुपए का था, लेकिन इस इसमें सो करोड़ का अतिरिक्त खर्च किया गया. जिसकी निष्पक्ष रूप से जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.

भोपाल। सत्ता में आने के बाद से ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार कई बार सिंहस्थ में हुए घोटाले की जांच की बात कर रही है, लेकिन इस दिशा में अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. हालांकि प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने तीन अधिकारियों की एक समिति गठित की है, जो सिंहस्थ घोटाले की जांच रिपोर्ट तैयार करेगी. उसके बाद रिपोर्ट को आगामी विधानसभा सत्र में पेश किया जा सकता है.

उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ में तय बजट से 100 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च को लेकर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने तीन अधिकारियों की टीम को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. समिति को 30 नवंबर तक रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए हैं. बता दें कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने तय बजट से अधिक राशि खर्च करने का मुद्दा पिछले विधानसभा सत्र में उठाया था, जिसका जवाब इस सत्र में देने की तैयारी की जा रही है.

23 जुलाई 2019 को विधानसभा में जबलपुर से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने सवाल उठाया था कि उज्जैन महाकुंभ के लिए 327 करोड़ रुपए का था, लेकिन इस इसमें सो करोड़ का अतिरिक्त खर्च किया गया. जिसकी निष्पक्ष रूप से जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.

Intro:विधानसभा सत्र में सिंहस्थ में हुई अनियमितता की जांच रिपोर्ट पेश करने की तैयारी , समिति हुई गठित


भोपाल | प्रदेश में हुए सिंहस्थ महाकुंभ को भले ही 4 वर्ष हो चुके हो, लेकिन यह सिंहस्थ महाकुंभ इन 4 वर्षों में लगातार चर्चा के केंद्र में रहा है वर्ष 2016 से ही विपक्ष ने सिंहस्थ को लेकर बीजेपी पर कई बार सवाल उठाए हैं विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ और बीजेपी को विपक्ष में बैठना पड़ रहा है लेकिन कांग्रेस ने सिंहस्थ में हुए घोटाले की जांच की बात कई बार कही है लेकिन सरकार बने हुए 10 महीने पूरे हो जाने के बाद भी सरकार ने अब तक जांच क्यों नहीं करवाई है लेकिन आखिरकार जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने इस पूरे मामले को लेकर तीन अधिकारियों की समिति गठित कर दी है जो जल्द ही इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट बनाकर तैयार करेंगे जिसे आगामी विधानसभा सत्र के दौरान पेश किया जा सकता है


Body:उज्जैन में वर्ष 2016 में हुए सिंहस्थ में तय बजट से 100 करोड़ों रुपए अतिरिक्त खर्च करने के मामले में जनसंपर्क विभाग जांच करने में जुट गया है इसके लिए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने तीन अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है इस नव गठित समिति को 30 नवंबर तक रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया गया है .


बताया जा रहा है कि विधानसभा के दिसंबर में प्रस्तावित शीतकालीन सत्र में रिपोर्ट सदन में पेश की जा सकती है कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने जनसंपर्क विभाग द्वारा तय बजट से अधिक राशि खर्च करने का मुद्दा पिछले विधानसभा सत्र में उठाया था जिसका जवाब इस सत्र में देने की तैयारी की जा रही है


Conclusion:23 जुलाई 2019 को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान जबलपुर से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने आरोप लगाया था कि उज्जैन महाकुंभ के लिए जनसंपर्क विभाग का बजट 327 करोड़ रुपए का था लेकिन इस बजट के मामले में विभाग की ओर से सो करोड़ रुपए अतिरिक्त रूप से खर्च किए गए हैं 1 माह में ऑडिट भी करा दिया गया जबकि बाकी जो संस्थाएं हैं उनका वर्ष में एक बार ऑडिट होता है इसमें भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी निष्पक्ष रूप से जांच की जानी चाहिए और दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए .


इस मामले को देखते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सदन में आश्वासन दिया था कि इस मामले की 2 माह के अंदर जांच कराई जाएगी उसी तारतम्य में अब यह समिति गठित की गई है इस जांच कमेटी में अपर संचालक सुरेश गुप्ता , जनसंपर्क अधिकारी महेश दुबे और एच एल चौधरी शामिल है . यह तीनों अधिकारी 30 नवंबर तक इस पूरे मामले की जांच करते हुए रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपेंगे माना जा रहा है कि सत्ता पक्ष ने विधानसभा सत्र से पहले ही विपक्ष को घेरने के लिए ही यह जांच 30 नवंबर चक्कर आने के लिए कहा है ताकि सत्र के दौरान इस जांच रिपोर्ट के बल पर विपक्ष को करारा जवाब दिया जा सके .
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