भोपाल। कमलनाथ सरकार द्वारा आयोजित मैग्नीफिसेंट एमपी समिट पर कमलनाथ सरकार के मंत्रियों में काफी उत्साह है. मैग्नीफिसेंट एमपी पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि यह सम्मेलन प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इसके अलावा प्रभुराम चौधरी ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को समिट में न बुलाए जाने पर भी जबाव दिया.
प्रभुराम चौधरी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को आमंत्रित नहीं किए जाने पर कहा कि यह मुख्यमंत्री कमलनाथ का निजी मामला है. उन्हें किसे बुलाना है या नहीं बुलाना यह उनकी अपनी निजी राय है. इसमें हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए. मंत्री प्रभुराम चौधरी समिट एमपी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदेश में बड़े-बड़े उद्योग लगने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे. जिससे हमारी अर्थव्यवस्था में सुधार होगा. वही सम्मेलन में
गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार ने निवेशकों को लुभाने के लिए मैग्निफिसेंट एमपी का आयोजन किया था. जिसमें देश विदेश के करीब 800 उद्योगपति शामिल हुए हैं. इस आयोजन की कमलनाथ सरकार लंबे समय से तैयारियों में जुटी थी.