भोपाल। कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में एक जंगी प्रदर्शन कर किसान आंदोलन का समर्थन किया. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए जवाहर चौक पर बैरिकेडिंग कर भारी पुलिस बल तैनात किया था. हालांकि प्रदर्शन के उग्र होने के बाद पुलिस ने वॉटर केनन का इस्तेमाल किया. कई राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े. जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां भांजी. इस दौरान पुलिस ने दिग्विजय सिंह सहित तमाम कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया.
आंसू गैस के गोले, लाठी चार्ज, वॉटर कैनन से रास्ता रोका
पुलिस ने जवाहर चौक से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ तमाम बड़े नेताओं ने राजभवन की तरफ कूच किया. इस दौरान हजारों की संख्या में कार्यकर्ता नेताओं के साथ पैदल मार्च कर रहे थे. रोशनपुरा चौराहे पर पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को रोका और प्रदर्शन को शांति तरीके से करने का ऐलान किया, लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो प्रशासन ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर सभी प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार से खदेड़ने की कोशिश की. साथ ही कई राउंड आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.
धारा 144 लगाकार, पुलिस ने भांजी लाठियां
पुलिस ने पूरे क्षेत्र में धारा 144 लगाने का ऐलान किया और प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील की. लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उग्र होने और पुलिस पर पथराव करने के बाद अधिकारियों ने लाठीचार्ज कर दी. इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, डीआईजी इरशाद वली के साथ तमाम पुलिस के सभी अधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए सभी प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और भीड़ को तितर-बितर किया. फिर भी प्रदर्शनकारी मोर्चे पर डटे रहे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. जिसको देखते हुए पुलिस ने भीड़ पर लाठियां भांजनी शुरू की और प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किया.
वरिष्ठ नेताओं के जाने के बाद पुलिस हुई सख्त
राजभवन का घेराव करने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी के अलावा तमाम बड़े नेता जवाहर चौक पर लगे बैरिकेट्स के पास तक पहुंचे थे. जब तक सभी बड़े नेता मौके पर मौजूद रहे. पुलिस के अनाउंसमेंट के बाद प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं ने रवानगी शुरू की. इन नेताओं की रवानगी के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए वॉटर कैनन, आंसू गैस के गोले और लाठियां भांजनी शुरू की. जिसके बाद लगातार करीब आधे घंटे से ज्यादा तक पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ती रही.
कमलनाथ ने आज राजधानी भोपाल में किसान आंदोलन के बहाने कहीं ना कहीं एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत दिखाई है. यह पहला मौका है जब कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता एक साथ होकर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे. हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर अपना विरोध दर्ज कराया.