भोपाल। अपने डॉगी की मौत से गुस्साए व्यक्ति ने ट्रेनिंग सेंटर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कही. इस पर ट्रेनिग सेंटर संचालक ने सीसीटीवी फुटेज दिखाने से मना कर दिया. इसके बाद व्यक्ति ने इस पूरे मामले की शिकायत मिसरोद थाने में की. पुलिस ने ट्रेनिंग सेंटर संचालक व दो अन्य लोगों के लिए प्रकरण दर्ज कर लिया है. भोपाल के मिसरोद थाने के एएसआई अशोक शर्मा ने बताया कि निखिल जायसवाल व्यवसायी हैं. वह शाजापुर जिले के कालापीपल के रहने वाले हैं.
ट्रेनिंग के लिए भेजा सेंटर : निखिल थाने में शिकायत दर्ज कराई कि मई माह में उन्होंने अपना पालतू कुत्ता जोकि पाकिस्तानी बुली था. वह अल्सेशियन ब्रीड का डॉग था. उसे सहारा स्टेट स्थित एक डॉग ट्रैनिंग सेंटर में ट्रेनिंग के लिए दिया था. इस सेंटर का संचालन रवि कुशवाहा नाम का व्यक्ति करता है. इस सेंटर में तरुण और नेहा नाम के दो कर्मचारी काम करते हैं. ये दोनों डॉग को ट्रेनिंग देने का काम करते है. उन्होंने निखिल से कहा कि वह उनके डॉग को चार महीने में ट्रेंड कर देंगे. इसके लिए उन्हें 13 हजार रुपए प्रतिमाह का खर्च बताया था. चार महीने बाद कारोबारी ने जब डॉग वापसी के लिए फोन किया तो रवि ने कहा कि अभी एक और महीने की और ट्रेनिंग की जरूरत है.
बार-बार बहाने बनाकर टाला : इसके बाद जब निखिल ने गत 7 अक्टूबर को फोन किया तो रवि ने फिर से बहाना बनाकर बात को टाल दिया. दो दिन बाद रवि ने निखिल का फोन कर बताया कि आपके डॉग की सांसें नहीं चल रही हैं. इस पर निखिल ने कहा कि आप उसे किसी डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाते. थोड़ी देर बाद ही रवि ने फिर से फोन कर बताया कि डॉग की मौत हो चुकी है. निखिल तुरंत अपने डॉग को लेने भोपाल आ गए. उन्होंने रवि से सीसीटीवी कैमरे के फुटेज दिखाने को कहा तो उसने मना कर दिया.
ये खबरें भी पढ़ें... |
सीसीटीवी फुटेज में दिखी क्रूरता : उस दिन तो निखिल डॉग की बॉडी को वापस लेकर चले गए, लेकिन दो दिन बाद वापस आकर उन्होंने थाने में शिकायत कर दी. शिकायत के बाद पुलिस ने जब सख्ती की तो सीसीटीवी फुटेज मिले. इसमें घटना वाले दिन तरुण और नेहा डॉग को सेंटर के गेट पर लेकर आए थे. उन्होंने फंदा बनाकर डॉग को उस पर लटका दिया. डॉग बुरी तरह से तड़पता रहा. बचने की कोशिश करता रहा लेकिन उसके प्रति किसी तरह की दया नहीं दिखाई गई. उसे तब तक लटकाकर रखा गया, जब तक की उसकी मौत नहीं हो गई. पुलिस ने फुटेज देखने के बाद तीनों आरोपी रवि, तरुण और नेहा के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज की. वहीं थाना प्रभारी के मुताबिक तीनों को छोड़ दिया गया है, जिस धारा में मामला दर्ज है, वह थाने से जमानती है.