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सभी जमातियों की दिल्ली में कराई गई थी जांच, पैनिक न हो जनता : भोपाल कलेक्टर

दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से आए जायरीन के साथ भोपाल के सभी जमातियों का स्वास्थ्य परीक्षण दिल्ली में ही किया गया था. वहीं कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने नागरिकों से पैनिक नहीं होने की अपील की है.

medical checkup of jamatees has been done
जमातियों का हो चुका स्वास्थ्य परीक्षण
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Published : Apr 1, 2020, 10:10 AM IST

भोपाल। दिल्ली की मरकज में शामिल हुए लोगों में से कोरोना वायरस मिलने की घटना ने ना केवल पूरे देश की बल्कि मध्य प्रदेश की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं. इस मरकज में शामिल हुए करीब 107 लोग मध्य प्रदेश के बताए जा हैं. इनमें से 31 लोग भोपाल के ही रहने वाले हैं, वहीं चार विदिशा और पांच सीहोर के निवासी हैं. जिला प्रशासन के अनुसार भोपाल के 31 लोग दिल्ली में ही क्वॉरेंटाइन किए जा चुके हैं. वहीं सीहोर के पांच लोगों में से तीन को चिन्हित कर सीहोर जिले में ही क्वॉरेंटाइन किया गया है. वहीं जिला प्रशासन और पुलिस शेष लोगों की तलाश कर रही है.

वहीं क्वॉरेंटाइन किए गए इन शख्सों के परिजनों से भी बातचीत कर भोपाल में इन्हें मिलने की स्थिति में क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. इस तरह भोपाल में तबलीगी जमात की संख्या करीब 152 हो गई है, जो वर्तमान में भोपाल में ही है. इन सभी को ट्रेस कर लिया गया है. इनमें से 70 जायरीन विदेशी हैं. वहीं 82 अन्य प्रदेशों से हैं. इनमें से 67 जायरीन का रेस्क्यू कर पुलिस और प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को सैंपल ले लिए हैं. यह सैंपल बुधवार को एम्स(AIIMS) में जांच के लिए भेजे जाएंगे. वहीं रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा. फिलहाल इन सभी को मस्जिदों में ही क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है.

मरकज में प्रदेश के 107 लोगों के शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद अब भोपाल के साथ-साथ इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर सहित प्रदेश के कई जिलों में ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है. राजधानी में इस काम में पुलिस प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी देर रात तक जुटी रही. वहीं भोपाल से मरकज में शामिल होने वाला अब तक कोई शख्स नहीं मिला है. लेकिन विदेश से आए कई लोग शहर की कई मस्जिदों और हज हाउस में मिले हैं. जिन्हें भी उसी जगह पर क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-निजामुद्दीन से आए लोगों में से 31 भोपाल में मिले, जांच के लिए सबका सैंपल भेजा गया एम्स

कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि निजामुद्दीन, नई दिल्ली मरकज में गए हुए भोपाल के सभी 32 व्यक्ति दिल्ली में ही क्वॉरेंटाइन किए गए हैं. कोई व्यक्ति भोपाल नहीं आया है. इसके साथ ही विदेशों से आए 55 और अन्य जमातियों का स्वास्थ्य परीक्षण करा लिया गया है, किसी में भी बीमारी के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं. फिर भी सतर्कता को ध्यान में रखते हुए उनके सैंपल लिए गए हैं.

कलेक्टर पिथोड़े ने आमजन से अपील की है कि वे बिल्कुल भी पैनिक नहीं हों. प्रशासन सजग और सतर्क है. इसके अलावा कलेक्टर पिथोड़े ने बताया कि जमातियों के साथ रहने वाले लोगों की भी सैंपलिंग कर जांच के लिए भेज दिए गए हैं. यह भी सुखद है कि सभी जमातियों ने 21 दिन का सेल्फ आइसोलेशन पूरा कर लिया है. किसी भी जमाती में किसी प्रकार की कोई बीमारी का लक्षण नहीं है. सभी लोग प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में है. सुरक्षा की दृष्टि से सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भी भेज दिए गए हैं.

भोपाल। दिल्ली की मरकज में शामिल हुए लोगों में से कोरोना वायरस मिलने की घटना ने ना केवल पूरे देश की बल्कि मध्य प्रदेश की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं. इस मरकज में शामिल हुए करीब 107 लोग मध्य प्रदेश के बताए जा हैं. इनमें से 31 लोग भोपाल के ही रहने वाले हैं, वहीं चार विदिशा और पांच सीहोर के निवासी हैं. जिला प्रशासन के अनुसार भोपाल के 31 लोग दिल्ली में ही क्वॉरेंटाइन किए जा चुके हैं. वहीं सीहोर के पांच लोगों में से तीन को चिन्हित कर सीहोर जिले में ही क्वॉरेंटाइन किया गया है. वहीं जिला प्रशासन और पुलिस शेष लोगों की तलाश कर रही है.

वहीं क्वॉरेंटाइन किए गए इन शख्सों के परिजनों से भी बातचीत कर भोपाल में इन्हें मिलने की स्थिति में क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. इस तरह भोपाल में तबलीगी जमात की संख्या करीब 152 हो गई है, जो वर्तमान में भोपाल में ही है. इन सभी को ट्रेस कर लिया गया है. इनमें से 70 जायरीन विदेशी हैं. वहीं 82 अन्य प्रदेशों से हैं. इनमें से 67 जायरीन का रेस्क्यू कर पुलिस और प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को सैंपल ले लिए हैं. यह सैंपल बुधवार को एम्स(AIIMS) में जांच के लिए भेजे जाएंगे. वहीं रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा. फिलहाल इन सभी को मस्जिदों में ही क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है.

मरकज में प्रदेश के 107 लोगों के शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद अब भोपाल के साथ-साथ इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर सहित प्रदेश के कई जिलों में ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है. राजधानी में इस काम में पुलिस प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी देर रात तक जुटी रही. वहीं भोपाल से मरकज में शामिल होने वाला अब तक कोई शख्स नहीं मिला है. लेकिन विदेश से आए कई लोग शहर की कई मस्जिदों और हज हाउस में मिले हैं. जिन्हें भी उसी जगह पर क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.

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कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि निजामुद्दीन, नई दिल्ली मरकज में गए हुए भोपाल के सभी 32 व्यक्ति दिल्ली में ही क्वॉरेंटाइन किए गए हैं. कोई व्यक्ति भोपाल नहीं आया है. इसके साथ ही विदेशों से आए 55 और अन्य जमातियों का स्वास्थ्य परीक्षण करा लिया गया है, किसी में भी बीमारी के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं. फिर भी सतर्कता को ध्यान में रखते हुए उनके सैंपल लिए गए हैं.

कलेक्टर पिथोड़े ने आमजन से अपील की है कि वे बिल्कुल भी पैनिक नहीं हों. प्रशासन सजग और सतर्क है. इसके अलावा कलेक्टर पिथोड़े ने बताया कि जमातियों के साथ रहने वाले लोगों की भी सैंपलिंग कर जांच के लिए भेज दिए गए हैं. यह भी सुखद है कि सभी जमातियों ने 21 दिन का सेल्फ आइसोलेशन पूरा कर लिया है. किसी भी जमाती में किसी प्रकार की कोई बीमारी का लक्षण नहीं है. सभी लोग प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में है. सुरक्षा की दृष्टि से सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भी भेज दिए गए हैं.

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