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कोरोना की चेन को तोड़ने की पहल, हॉटस्पॉट क्षेत्रों से लोगों को दूसरी जगह किया शिफ्ट - कलेक्टर तरूण पिथोड़े

कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए एक अच्छी पहल की शुरूआता की गई है, जहां हॉटस्पॉट वाले एरिया से 500 से अधिक लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है.

people shifted from hotspot areas
हॉटस्पॉट क्षेत्रों से 500 से अधिक लोगों को किया शिफ्ट
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Published : May 13, 2020, 1:17 PM IST

Updated : May 13, 2020, 4:18 PM IST

भोपाल। संक्रमित क्षेत्रों से लोगों को कोरोना से बचाने के लिए कंटेनमेंट एरिया से दूसरी जगह ले जा कर क्वारंटाइन किया जा रहा है. प्रशासन द्वारा भोपाल में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राजधानी के उन सभी हॉटस्पॉट पर प्रशासन लगातार काम कर रहा है, ताकि लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकें और संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके.

कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने बताया कि, प्रदेश में पहली बार ऐसा प्रयोग किया गया है. संक्रमित क्षेत्र जैसे जहांगीराबाद, मंगलवारा, छावनी में लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमित लोगों से अन्य लोगों को बचाने के लिए उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. इसके लिए होटल, लॉज, स्कूल, शादी हाउस का उपयोग किया जा रहा है. बच्चों, महिलाओं और युवाओं को इन जगहों पर रखा जा रहा है. इसके साथ ही, इनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए रोजाना हेल्दी खाना भी दिया जा रहा है. इन क्षेत्रों में सघन आबादी रहती है.

एक घर में 10 से 20 लोग एक परिवार में रहते हैं. ऐसी स्थिति में इन परिवारों के कुछ सदस्यों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. शासकीय मदद के साथ इन्हें अलग-अलग जगहों पर रखा जा रहा है, साथ ही इनके मनोरंजन के लिए कमरों में टीवी और अन्य खेलकूद की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. बच्चों को बिजी रखने के लिए लूडो कैरम, के साथ अन्य खेलों का सामान भी रखा गया है.

पुराना भोपाल अति सघन क्षेत्र है. घरों के बहुत पास-पास होने के चलते कोरोना संक्रमण का खतरा है. इसको रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. हर संवेदनशील क्षेत्र के लिए एक अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है. इसके साथ ही इन क्षेत्रों में निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सर्विलांस टीम एक्टिव कर दी गई है, जिससे लोगों पर लॉकडाउन का पालन कराने के लिए निगाह रखी जा सकें.

अनाउंसमेंट और जागरूकता के लिए पर्चे वितरित किए गए हैं. आयुष विभाग द्वारा भी लगातार परिवारों को काढ़े के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं. इसके साथ लोगों को सुबह और शाम गर्म पानी पीने, ठंडी चीजों के उपयोग से बचने, घर में ही रहने, मास्क लगाकर रखने की हिदायत दी जा रही है. इस बीमारी ज्यादा असर बुजुर्गों पर ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह इन लोगों को घरों में ही रहने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी अन्य लोगों से अलग रखने और बार-बार हाथ धोने सहित घर की सफाई करते रहने की समझाइश दी जा रही है.

भोपाल में अभी तक 500 से अधिक लोगों को सघन आबादी से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है. यह प्रक्रिया निरंतर जारी है. जैसे क्षेत्र में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मिलता है, उसके संबंधित सभी कॉन्ट्रेक्ट में आने वाले और उनके आसपास के मार्ग सहित जुड़े हर व्यक्ति का टेस्ट कराया जा रहा है. इसके साथ ही लगातार 10 दिनों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम परीक्षण कर रही है. परिवार के अन्य सदस्यों को दूसरी जगह ले जाया जा रहा है, जिससे कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकें और संक्रमण को खत्म किया जाए.

भोपाल। संक्रमित क्षेत्रों से लोगों को कोरोना से बचाने के लिए कंटेनमेंट एरिया से दूसरी जगह ले जा कर क्वारंटाइन किया जा रहा है. प्रशासन द्वारा भोपाल में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राजधानी के उन सभी हॉटस्पॉट पर प्रशासन लगातार काम कर रहा है, ताकि लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकें और संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके.

कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने बताया कि, प्रदेश में पहली बार ऐसा प्रयोग किया गया है. संक्रमित क्षेत्र जैसे जहांगीराबाद, मंगलवारा, छावनी में लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमित लोगों से अन्य लोगों को बचाने के लिए उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. इसके लिए होटल, लॉज, स्कूल, शादी हाउस का उपयोग किया जा रहा है. बच्चों, महिलाओं और युवाओं को इन जगहों पर रखा जा रहा है. इसके साथ ही, इनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए रोजाना हेल्दी खाना भी दिया जा रहा है. इन क्षेत्रों में सघन आबादी रहती है.

एक घर में 10 से 20 लोग एक परिवार में रहते हैं. ऐसी स्थिति में इन परिवारों के कुछ सदस्यों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. शासकीय मदद के साथ इन्हें अलग-अलग जगहों पर रखा जा रहा है, साथ ही इनके मनोरंजन के लिए कमरों में टीवी और अन्य खेलकूद की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. बच्चों को बिजी रखने के लिए लूडो कैरम, के साथ अन्य खेलों का सामान भी रखा गया है.

पुराना भोपाल अति सघन क्षेत्र है. घरों के बहुत पास-पास होने के चलते कोरोना संक्रमण का खतरा है. इसको रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. हर संवेदनशील क्षेत्र के लिए एक अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है. इसके साथ ही इन क्षेत्रों में निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सर्विलांस टीम एक्टिव कर दी गई है, जिससे लोगों पर लॉकडाउन का पालन कराने के लिए निगाह रखी जा सकें.

अनाउंसमेंट और जागरूकता के लिए पर्चे वितरित किए गए हैं. आयुष विभाग द्वारा भी लगातार परिवारों को काढ़े के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं. इसके साथ लोगों को सुबह और शाम गर्म पानी पीने, ठंडी चीजों के उपयोग से बचने, घर में ही रहने, मास्क लगाकर रखने की हिदायत दी जा रही है. इस बीमारी ज्यादा असर बुजुर्गों पर ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह इन लोगों को घरों में ही रहने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी अन्य लोगों से अलग रखने और बार-बार हाथ धोने सहित घर की सफाई करते रहने की समझाइश दी जा रही है.

भोपाल में अभी तक 500 से अधिक लोगों को सघन आबादी से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है. यह प्रक्रिया निरंतर जारी है. जैसे क्षेत्र में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मिलता है, उसके संबंधित सभी कॉन्ट्रेक्ट में आने वाले और उनके आसपास के मार्ग सहित जुड़े हर व्यक्ति का टेस्ट कराया जा रहा है. इसके साथ ही लगातार 10 दिनों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम परीक्षण कर रही है. परिवार के अन्य सदस्यों को दूसरी जगह ले जाया जा रहा है, जिससे कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकें और संक्रमण को खत्म किया जाए.

Last Updated : May 13, 2020, 4:18 PM IST
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