भोपाल। सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्याज के दाम में कुछ खास फर्क नहीं दिखाई दे रहा है. मंडियों में बुलाया गया तुर्की का प्याज भी लोगों को कुछ खास रास नहीं आ रहा है, यही वजह है कि लोग अभी भी महंगा प्याज खरीदने के लिए मजबूर हैं. भोपाल मंडी में खंडवा और महाराष्ट्र की प्याज कम आने के कारण प्याज के दाम लगभग पहले जैसे ही बने हैं.
तुर्की का प्याज नापसंद
प्याज व्यापारी ने बताया कि तुर्की से आया प्याज 50 से 60 रुपए किलो की दर से बेचा जा रहा है, लेकिन इसकी खपत कम है. लोगों को तुर्की का प्याज पसंद नहीं आ रहा है, क्योंकि वहां के प्याज में देशी प्याज जैसा स्वाद नहीं है. इसी कारण लोग 80-85 रुपए प्रति किलो का प्याज ही खरीदना पसंद कर रहे हैं.
कम आवक बना महंगाई का कारण
प्याज व्यापारियों की मानें तो भोपाल की करोद मंडी में अभी महाराष्ट्र से ही प्याज की आवक हो रही है, लेकिन जिस तरह से ठंड लगातार बढ़ रही है, उसका भी असर प्याज पर दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र से आने वाली प्याज की आवक काफी कम है, यही वजह है कि प्याज के मूल्यों में कोई खास फर्क नहीं आया है. जो प्याज 100 रुपए किलो तक बिक रहा था, अब वह 80 से 85 रुपए तक पहुंच गया है.
बता दें कि भोपाल की करोंद मंडी में अभी केवल 2 ट्रक प्याज ही आती है, जबकि यहां रोजाना 6 ट्रक प्याज की खपत है. ठंड और कोहरे के कम होने के बाद महाराष्ट्र और अन्य जिलों से प्याज की आवक बढ़ेगी, जिसके बाद दाम धीरे-धीरे कम होने की संभावना है, लेकिन अगर ठंड और बारिश इसी तरह होती रही ,तो प्याज के सड़ने का खतरा पैदा हो जाएगा, जिससे दाम जस के तस बने रहने की आशंका है.