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तुर्की वाली प्याज नहीं आई रास, दाम में नहीं आया कोई खास अंतर

प्याज के बढ़ते दाम से आम जनता को राहत देने के लिए सरकार ने काफी प्रयास किए, इसके लिए तुर्की तक से प्याज मंगाई गई, लेकिन दाम में कोई खास अंतर देखने को नहीं मिला.

people dont like onions coming from turkey in bhopal
तुर्की वाली प्याज नहीं आई रास
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Published : Jan 9, 2020, 10:57 AM IST

भोपाल। सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्याज के दाम में कुछ खास फर्क नहीं दिखाई दे रहा है. मंडियों में बुलाया गया तुर्की का प्याज भी लोगों को कुछ खास रास नहीं आ रहा है, यही वजह है कि लोग अभी भी महंगा प्याज खरीदने के लिए मजबूर हैं. भोपाल मंडी में खंडवा और महाराष्ट्र की प्याज कम आने के कारण प्याज के दाम लगभग पहले जैसे ही बने हैं.

तुर्की वाली प्याज नहीं आई रास

तुर्की का प्याज नापसंद
प्याज व्यापारी ने बताया कि तुर्की से आया प्याज 50 से 60 रुपए किलो की दर से बेचा जा रहा है, लेकिन इसकी खपत कम है. लोगों को तुर्की का प्याज पसंद नहीं आ रहा है, क्योंकि वहां के प्याज में देशी प्याज जैसा स्वाद नहीं है. इसी कारण लोग 80-85 रुपए प्रति किलो का प्याज ही खरीदना पसंद कर रहे हैं.

कम आवक बना महंगाई का कारण
प्याज व्यापारियों की मानें तो भोपाल की करोद मंडी में अभी महाराष्ट्र से ही प्याज की आवक हो रही है, लेकिन जिस तरह से ठंड लगातार बढ़ रही है, उसका भी असर प्याज पर दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र से आने वाली प्याज की आवक काफी कम है, यही वजह है कि प्याज के मूल्यों में कोई खास फर्क नहीं आया है. जो प्याज 100 रुपए किलो तक बिक रहा था, अब वह 80 से 85 रुपए तक पहुंच गया है.

बता दें कि भोपाल की करोंद मंडी में अभी केवल 2 ट्रक प्याज ही आती है, जबकि यहां रोजाना 6 ट्रक प्याज की खपत है. ठंड और कोहरे के कम होने के बाद महाराष्ट्र और अन्य जिलों से प्याज की आवक बढ़ेगी, जिसके बाद दाम धीरे-धीरे कम होने की संभावना है, लेकिन अगर ठंड और बारिश इसी तरह होती रही ,तो प्याज के सड़ने का खतरा पैदा हो जाएगा, जिससे दाम जस के तस बने रहने की आशंका है.

भोपाल। सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्याज के दाम में कुछ खास फर्क नहीं दिखाई दे रहा है. मंडियों में बुलाया गया तुर्की का प्याज भी लोगों को कुछ खास रास नहीं आ रहा है, यही वजह है कि लोग अभी भी महंगा प्याज खरीदने के लिए मजबूर हैं. भोपाल मंडी में खंडवा और महाराष्ट्र की प्याज कम आने के कारण प्याज के दाम लगभग पहले जैसे ही बने हैं.

तुर्की वाली प्याज नहीं आई रास

तुर्की का प्याज नापसंद
प्याज व्यापारी ने बताया कि तुर्की से आया प्याज 50 से 60 रुपए किलो की दर से बेचा जा रहा है, लेकिन इसकी खपत कम है. लोगों को तुर्की का प्याज पसंद नहीं आ रहा है, क्योंकि वहां के प्याज में देशी प्याज जैसा स्वाद नहीं है. इसी कारण लोग 80-85 रुपए प्रति किलो का प्याज ही खरीदना पसंद कर रहे हैं.

कम आवक बना महंगाई का कारण
प्याज व्यापारियों की मानें तो भोपाल की करोद मंडी में अभी महाराष्ट्र से ही प्याज की आवक हो रही है, लेकिन जिस तरह से ठंड लगातार बढ़ रही है, उसका भी असर प्याज पर दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र से आने वाली प्याज की आवक काफी कम है, यही वजह है कि प्याज के मूल्यों में कोई खास फर्क नहीं आया है. जो प्याज 100 रुपए किलो तक बिक रहा था, अब वह 80 से 85 रुपए तक पहुंच गया है.

बता दें कि भोपाल की करोंद मंडी में अभी केवल 2 ट्रक प्याज ही आती है, जबकि यहां रोजाना 6 ट्रक प्याज की खपत है. ठंड और कोहरे के कम होने के बाद महाराष्ट्र और अन्य जिलों से प्याज की आवक बढ़ेगी, जिसके बाद दाम धीरे-धीरे कम होने की संभावना है, लेकिन अगर ठंड और बारिश इसी तरह होती रही ,तो प्याज के सड़ने का खतरा पैदा हो जाएगा, जिससे दाम जस के तस बने रहने की आशंका है.

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तुर्की से आई प्याज भी नहीं आई लोगों को रास ,प्याज के दाम में नहीं पड़ा कुछ खास फर्क



भोपाल | सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्याज के दाम मैं कुछ खास फर्क नहीं दिखाई दे रहा है मंडियों में बुलाया गया तुर्की का प्याज भी लोगों को कुछ खास रास नहीं आ रहा है यही वजह है कि लोग अभी भी महंगा प्याज खरीदने के लिए ही मजबूर है व्यापारियों का कहना है कि मंडी में प्याज की आवक कम होने की वजह से ही प्याज के दामों में गिरावट नहीं आ रही है जैसे ही भोपाल मंडी में प्याज की आवक बढ़ेगी तो निश्चित ही प्याज के दाम कम हो जाएंगे अन्य जगह पर हालात कुछ सुधारने लगे हैं लेकिन अभी फिलहाल भोपाल मंडी में खंडवा और महाराष्ट्र से प्याज काफी कम मात्रा में आ रहा है .


Body:प्याज व्यापारियों ने बताया कि भोपाल की करोद मंडी में अभी महाराष्ट्र से ही प्याज की आवक हो रही है लेकिन जिस तरह से ठंडे लगातार बढ़ रही है उसका भी असर प्याज पर दिखाई दे रहा है महाराष्ट्र से आने वाली प्याज की आवक काफी कम है यही वजह है कि प्याज के मूल्यों में कोई खास फर्क नहीं आया है जो प्याज 100 रुपए किलो तक बिक रहा था अब वह 80 से 85 रुपए तक पहुंच गया है


Conclusion:प्याज व्यापारी बंटी साहू का कहना है कि मंडी में प्याज कम मात्रा में पहुंच रहा है अभी केवल महाराष्ट्र से 2 ट्रक प्याज ही प्रतिदिन आ रहा है लेकिन भोपाल को कम से कम 6 ट्रक प्याज की आवश्यकता है मध्य प्रदेश का प्याज भी अभी कम मात्रा में ही आया है यही वजह है कि प्याज के मूल्यों में कुछ खास फर्क दिखाई नहीं दे रहा है यदि यही स्थिति रही तो प्याज अभी भी महंगे दामों में ही मिलती रहेगी लेकिन यदि महाराष्ट्र और अन्य जिलों से प्याज की आवक मंडी में बढ़ती है तो फिर प्याज के दाम धीरे-धीरे कम हो जाएंगे उन्होंने बताया कि तुर्की से आया पर आज भी लोगों को पसंद नहीं आ रहा है क्योंकि तुर्की के प्याज में स्वाद नहीं है यही वजह है कि 50 से 60 रुपए मैं भी तुर्की का प्याज लोग नहीं खरीद रहे हैं इसके अलावा छटा हुआ प्याज भी लोगों को ज्यादा पसंद नहीं आ रहा है क्योंकि वह भी 70 रुपए किलो के भाव में मिल रहा है लोगों को अच्छा प्याज ही चाहिए जो 80 से 85 रुपए किलो में ही मिल रहा है उन्होंने कहा कि यदि ठंड का कहर इसी तरह जारी रहा तो प्याज के दाम कम नहीं हो पाएंगे क्योंकि ऐसी स्थिति में प्याज के सड़ जाने का खतरा बना रहता है उन्होंने उम्मीद जताई कि दो-तीन दिनों में महाराष्ट्र से प्याज की आवक बढ़ती है तो फिर दामों में कमी आ जाएगी .
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