भोपाल। मध्य प्रदेश की नर्सेज, गुरुवार से काली पट्टी (Black Band) बांधकर काम करेंगी. हड़ताल की चेतावनी देते हुए उन्होंने सरकार से 8 सूत्री मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है. जिसकी शुरुआत 10 जून यानी गुरुवार से होने जा रही है. इनका कहना है कि अगर सरकार इसके बाद भी नहीं मानती तो 22 जून को एक दिवसीय अवकाश रहेगा और 25 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर यह चले जाएंगे. इसको लेकर नर्सेज कर्मचारी संघ भी मैदान में है.
25 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल के संकेत
मध्य प्रदेश की नर्सेज अब सरकार के खिलाफ मैदान में आ गई है. 22 जून को वह एक दिन का अवकाश कर हड़ताल करेंगी और मांगी नहीं माने जाने पर 25 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला नर्सेज ने लिया है. यह सभी अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हुई हैं. अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत 10 जून से यह इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं.
JUDA के बाद अब Nursing Staff ने हड़ताल के दिए संकेत
मध्य प्रदेश कर्मचारी नर्सेज कर्मचारी संघ
मध्य प्रदेश कर्मचारी नर्सेज कर्मचारी संघ का कहना है कि 10 जून को यह काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताने जिताएंगे. मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल थमी ही नहीं थी कि दूसरी और नर्सेज एसोसिएशन भी अब सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की मांग क्या मानी नर्सेज एसोसिएशन को लगा कि सरकार उनके आगे भी अब झुकने को तैयार हो जाए. मध्यप्रदेश में नर्सों की कमी के चलते स्वास्थ्य विभाग का अमला पहले ही जूझ रहा है.
सरकार के खिलाफ लामबंद
दूसरी ओर यह सभी नर्सेज अगर हड़ताल पर जाती हैं तो सरकार को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आठ सूत्री मांगों को लेकर यह सभी सरकार के खिलाफ लामबंद है. जिसमें ग्रेड पे, इंक्रीमेंट, नाइट अलाउंस के साथ ही पदनाम बदलने की भी मांग है. दरअसल मध्यप्रदेश में नर्सेज को पदनाम के माध्यम से स्टाफ नर्स ही कहा जाता है. जबकि केरल और तमिलनाडु आदि बड़े राज्यों में नर्सेज ऑफिसर के नाम से इन्हें जाना जाता है. जिसके चलते इनके मानदेय में भी बढ़ोतरी होती है. यह मांग यह सभी नर्सेज पिछले कई सालों से करती आ रही है.
चरणबद्ध किया जाएगा आंदोलन
ऐसे में यह सरकार के सामने अपनी मांगों को लेकर उग्र हो गए हैं. नर्सेज एसोसिएशन ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जाने से पीछे नहीं हटेगी. फिलहाल तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. जिसके तहत लगातार आंदोलन रोज होंगे और 22 जून को 1 दिन का अवकाश रखते हुए हड़ताल की जाएगी और सरकार इनकी मांगे नहीं मानती है तो 25 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल रहेगी. गुरुवार 10 जून को यह काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.