भोपाल। सूरत अग्निकांड में हुई छात्रों की मौत पर चिंता जताते हुए एनएसयूआई प्रतिनिधिमंडल ने दिग्विजय सिंह को ज्ञापन सौंपा. राजधानी में इस तरह की कोई घटना न हो इसके लिए सरकार से मांग की है, जो अव्यवस्थाएं हैं उसे जल्द से जल्द सुधारा जाए.
24 मई को गुजरात की व्यवसायिक राजधानी सूरत के व्यस्ततम इलाके में संचालित कोचिंग क्लास में 50-60 से अधिक बच्चे बिल्डिंग में लगी आग की चपेट में आ गए. इसमें 21 बच्चों की दुखद रूप से आग में जलने से मौत हो गई. इसी विषय को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय सिंह को ज्ञापन सौंपा. एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने बताया कि राजधानी के भी कई कोचिंग सेंटर अवैध रूप से संचालित है और पार्किंग की व्यवस्था भी ध्वस्त है. आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी समय पर नहीं पहुंच सकतीं.
दिग्विजय सिंह ने इस विषय में चिंता जताते हुए कहा कि यह घटना फायरसेफ्टी की व्यवस्था न होने से हुई है. एनएसयूआई ने जो समस्याएं बताई हैं उनको लेकर शासन से अवगत कराया जाएगा, ताकि शहर में इस प्रकार की घटनाएं न हो. साथ ही उन्होंने कहा कि वहां पर मौजूदा समय में जो व्यवस्था है उसे ठीक करने की आवश्यकता है.