भोपाल। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते निवास विधानसभा से प्रत्याशी हैं. इनको यहां से जीतने में पसीना नही आ रहा है, बल्कि इनका कहना है कि मेरा वो संसदीय क्षेत्र रहा है. यहां पर मुझे जनता का आशीर्वाद मिला है और अभी भी मिलेगा.
जीत का टारगेट पूरा कर रहे: फग्गन सिंह का कहना है कि हमारे अनुमान में आया कि जो हमारा जीत का टारगेट है, उसे हम पूरा कर रहे हैं. हालांकि, उनसे पूछा गया कि पहले 200 पर अब सिर्फ टारगेट सरकार बनाने का? इसपर उन्होंने कहा कि ये पार्टी तय करती है. इस किवदंती को भी माना कि इस बार निवास से वो जीतेंगे और सरकार बीजेपी की बनेगी.
निवास एक ऐसी पार्टी जीतती है उसी की सरकार बनती है: निवास आदिवासी बाहुल्य सीट है. 20030 चुनाव के बाद से इस सीट पर बीजेपी चुनाव जितती आ रही थी. यहां फग्गन सिंह कुलस्ते के भाई रामप्यारे कुलस्ते तीन बार विधायक रहे. लेकिन 2018 में उन्हे कांग्रेस प्रत्याशी अशोक मर्सकोले ने 28 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. कहा जाता है कि जो पार्टी यहां जीतती है, सरकार उसकी बनती है. लेकिन इस बार बीजेपी का कांग्रेस से टक्कर का मुकाबला है.
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अबतक 7 चुनावों की परिणाम: निवास विधानसभा सीट पर 1957 से 1985 तक सात विधानसभा चुनाव हुए. इनमें से सिर्फ 1972 में भारतीय जनसंघ और और 1977 में जनता पार्टी ने जीत दर्ज की. इसके अलावा सभी चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की. 1990 में भाजपा ने पहली बार यहां से चुनाव लड़ा और फग्गन सिंह कुलस्ते को प्रत्याशी बनाया. भाजपा ने इस सीट पर 3 हजार 622 वोट से जीत दर्ज की. निवास विधानसभा सीट पर यह भाजपा की पहली जीत थी. हालांकि, इसके बाद 1993 और 1998 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की.