भोपाल। H3N2 इनफ्लुएंजा वायरस ने मध्यप्रदेश में भी अपनी आमद दर्ज करा दी है. भोपाल के बैरागढ़ में इसके मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में अलर्ट मोड जारी कर दिया है. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से ईटीवी भारत से खास बातचीत की. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, गंभीर स्थिति में रोगी पाए जाने पर उनकी जांच कराने की हिदायत दी गई है. संक्रमित की उम्र ज्यादा नहीं है. वह घर पर आइसोलेशन में है. इसलिए घबराने की भी कोई बात नहीं है.
गाइडलाइन का करें पालन: स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि, इसको लेकर लोग ज्यादा घबराएं नहीं, क्योंकि यह अभी इतना विकराल रूप में नहीं है. फिर भी हिदायत के तौर पर सभी को गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. केंद्र की ओर से जो गाइडलाइन आई है उसके अनुसार नियमों का पालन करें. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि मध्य प्रदेश में भी गाइडलाइन का पालन स्वास्थ्य विभाग कर रहा है. केंद्र की ओर से जैसे-जैसे निर्देश मिलते जाएंगे उसका पालन किया जाएगा.
इन बातों का रखें ध्यान: प्रभुराम चौधरी का कहना है कि, लोगों को इस दिशा में जागरूक रहने की जरूरत है. वह भी यह ध्यान रखें कि सार्वजनिक स्थानों में जब भी निकले तो कोशिश करें कि मास्क पहने रहें. अगर आस-पास कोई छींकता या खांसता है तो उससे दूरी बना लें. मास्क लगाने या रुमाल रखकर छीकने की सलाह दें.
भोपाल वायरस की पुष्टि: आपको बता दें कि, मध्यप्रदेश मे H3N2 वायरस का पहला मरीज बैरागढ़ में मिला है. 25 वर्षीय इस युवक में इस वायरस की पुष्टि हुई है. फिलहाल युवक घर में आइसोलेटेड है. यह वायरस इसे कैसे लगा और यह इसकी चपेट में कैसे आया इसकी हिस्ट्री निकाली जा रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि, इस बीच वह कहां कहां गया था.
Influenza Virus से मिलती-जुलती इन खबरों को जरूर पढे़ं... |
कोरोना से है घातक: H3N2 वायरस कोविड से काफी अलग बताया जा रहा है. कोरोना वायरस की वैक्सीन पर भी इसका असर नहीं हो रहा. बताया जा रहा है कि यह वायरस 21 दिनों तक व्यक्ति को अपनी चपेट में लेता है. उसे खांसी,सर्दी और बुखार होता है. इसलिए जिसे भी यह वायरस की शिकायत हो वह इलाज के साथ नियमों का पालन करें.