भोपाल। राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में मंगलवार को राष्ट्रीय जल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश भर से पानी और पर्यावरण से जुड़े विशेषज्ञ, समाज सेवी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में 'जल अधिकार अधिनियम' लागू करने पर चर्चा की जाएगी. कार्यक्रम का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे किया जाएगा, कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ मुख्यअतिथि होंगे.
राष्ट्रीय जल सम्मेलन की अध्यक्षता जल-पुरूष कहे जाने वाले राजेन्द्र सिंह करेंगे, वहीं कार्यक्रम में झारखण्ड के पूर्व मंत्री सरयू राय, कर्नाटक के पूर्व मंत्री बीआर पाटिल, तेलगंगा जल बोर्ड के अध्यक्ष प्रकाश राव, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि और कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भाग लेंगे.
इस सम्मेलन में चार सत्र होंगे, पहले सत्र में लीगल एक्सपर्ट अनूप सर्राफ परम्परागत जल स्रोतों का महत्व एवं उनका पुनरूत्थान विषय पर अपनी बात रखेंगे, द्वितीय सत्र में विश्व बैंक के अनिल सिन्हा, जल का अधिकार-बहु सहयोगियों के माध्यम से क्रियान्वयन विषय पर व्याख्यान देंगे. इसी सत्र में विश्व जल बैलेंस-पुड्डुचेरी मॉडल पर राष्ट्रीय पर्यावरण एवं अभियांत्रिकी शोध संस्थान के डॉ. कृष्णा खेरनार का प्रस्तुतीकरण होगा, वहीं कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री कमलनाथ 'राइट टू वाटर अग्रणी मध्यप्रदेश' विषय पर सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे.
सम्मेलन का तीसरा सत्र मुख्य रूप से 'मप्र में नदी पुनरूत्थान अभियान' विषय पर प्रदेश के लिए उपयोगी उत्कृष्ट विधियां, सफलता की कहानियां और जल का अधिकार क्रियान्वयन में समुदाय और स्वशासी संस्थानों की भूमिका पर केन्द्रित होगा. सम्मेलन के चौथे और अंतिम सत्र में सम्मेलन में प्रस्तुत विचारों पर खुली चर्चा होगी. इस सम्मेलन का समापन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल करेंगे.