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MPHRC Strict: मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने कई मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों से किया जवाब तलब

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Published : May 31, 2023, 12:04 PM IST

मध्यप्रदेश मानव आयोग ने कई मामले में जिले के एसपी से लेकर कलेक्टर तक से जवाब तलब किया है. विदिशा में कुल्फी से 25 बच्चों की बिगड़ी सेहत को लेकर भी कलेक्टर से जवाब मांगा है.

madhya pradesh human rights commission
मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग

भोपाल। मध्य प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं को लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग लगातार जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब कर रहा है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में घटित हुई घटनाओं पर स्वतः सज्ञान लेते हुए कई मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों से समय सीमा के अंदर तथ्यात्मक जवाब मांगा है. इसमें से एक मामला छिंदवाड़ा का बड़ा ही दिलचस्प है, जिसमें एक 9 साल पहले मरी हुई युवती जिसके लिए उसके पिता और भाई को पुलिस ने आरोपी बना कर जेल भेज दिया था. वह अचानक जीवित हो गई. इस पूरे मामले में मानव अधिकार आयोग ने SP छिंदवाड़ा से जवाब तलब किया है.

छिंदवाड़ा में युवती का डीएनए टेस्ट: मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं पर स्वतः संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है. छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थानाक्षेत्र की सिंगोडी चौकी अंतर्गत जोपनाला गांव में चैंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस रिकाॅर्ड में 9 साल पहले मर चुकी लड़की अचानक जिंदा हो गई. बीते बुधवार को लड़की की DNA रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो गए. छिंदवाड़ा एसपी का कहना है कि "अब डीएनए रिपोर्ट शामिल कर जल्द ही दोबारा जांच की जाएगी."

छिंदवाड़ा एसपी से सवाल: इस मामले में लड़की 9 साल पहले घर से लापता हो गई थी. उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. बाद में पुलिस ने युवती का मर्डर होना बताते हुए एक कंकाल मिलने पर पिता और भाई को जेल भेज दिया था. मार्च में जब युवती को पता चला तो वह घर पहुंची और बताया कि मैं जिंदा हूं. तब पुलिस ने DNA टेस्ट कराया, जिसमें पुष्टि हुई कि लड़की ही है. सवाल यह है कि वह कंकाल किसका था. कंकाल का डीएनए क्यों नहीं कराया गया. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी छिंदवाड़ा से इस पूरे मामले में एक माह में तथ्यात्मक जवाब मांगा है.

गुना में स्ट्रेचर पर पत्नी लिए भटकता रहा बुजुर्ग: जिला चिकित्सालय में एक बार फिर अमानवीय तस्वीर देखने को मिली है. जब एक बुजुर्ग देर रात पत्नी को स्ट्रेचर पर लेटाकर इलाज के लिए इधर-उधर भटकता रहा. जैसे-तैसे डाक्टर ने महिला को देखा तो बुजुर्ग को उसकी सोनोग्राफी कराने निजी पैथोलाॅजी भेज दिया. इस दौरान बुजुर्ग आधा किमी तक महिला को स्ट्रेचर पर पैथोलाॅज लेकर पहुंचा तो, यहां से उन्हें अगले दिन सुबह आने का कहकर भगा दिया. परेशान बुजुर्ग दंपति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने CMHO गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में 3 सप्ताह में जबाव मांगा है. साथ ही अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा है की नहीं इसकी जानकारी का भी प्रविवेदन मांगा है.

विदिशा में कुल्फी से 25 बच्चों की बिगड़ी सेहत: विदिशा जिले के शमशाबाद क्षेत्र के 2 गांव के करीब 20 से 25 बच्चे कुल्फी खाकर अचानक बीमार हो गए थे. बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत आने लगी थी. इससे उनके परिजन घबरा गए थे. वे बच्चों को सरकारी व प्रायवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे, जांच के बाद मालूम चला कि इन बच्चों को फूड पॉइजनिंग हुई है. डाक्टर्स के मुताबिक जिन बच्चों को फूड पॉइजनिंग हुई थी उन सभी का इलाज किया जा रहा है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा से क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों के विक्रय में गुणवत्ता सुनिश्चित कराए जाने के लिए की गई कार्रवाई के संबंध में 3 सप्ताह में जबाव मांगा है.

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12 साल की नाबालिग लगाती है झाड़ू: अशोकनगर जिले के बहादुरपुर में बीते 6 माह से 12 साल की नाबालिग अपनी 8 साल की फुफेरी बहन के साथ कस्बे में करीब 20 घरों में सफाई का काम करती है. उसका काम घरों के सामने गली में झाड़ू लगाना, नाली साफ करना और कुछ घरों के टाॅयलेट साफ करना शामिल है. इसके बदले में उसे हर घर से 1 रोटी और 30 रुपए 1 महीने के मिलते हैं. नाबालिग का यह काम 3 परिवारों को रोजी-रोटी दे रहा है. कभी-कभी उसके साथ उसकी बुआ भी सफाई करने आती हैं. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई का 3 सप्ताह में जबाव मांगा है.

दमोह में 12 साल के बच्चे का शव मिला: दमोह जिले के हिंडौरिया नगर में 1 बच्चे का शव मिला है. जानकारी के अनुसार पप्पू पटेल का 12 साल का बेटा सूरज 2 दिन से लापता था. तेंदूपत्ता तोड़ने गईं महिलाओं ने बीते शनिवार को पप्पू पटेल को सूचना दी कि सूरज का शव एक पेड़ के नीचे पड़ा है. उसके गले में पलंग की निवार की रस्सी से फंदा बना है. शरीर का अधिकांश हिस्सा कुत्ते खा गए. हिंडौरिया टीआई का कहना है कि "सूरज दिनभर मोबाइल चलाता था. 2 दिन पहले ही उसके पिता ने मोबाइल चलाने से मना किया तो वह गुस्सा होकर बिना बताए घर से चला गया. पुलिस घटना की जांच कर रही है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, दमोह से प्रकरण की जांच कराकर 3 सप्ताह में जबाव मांगा है.

महिलाओं को नहीं मिलते सेनेटरी पैड्स: महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित उदिता परियोजना के अंतर्गत उदिता काॅर्नर्स पर विगत 1 साल से सेनेटरी पैड्स की उपलब्धता न होने के मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, मंत्रालय, भोपाल से जांचकराकर उदिता परियोजना के संबंध में आवश्यक जागरूकता एवं सैनेटरी पैड्स की सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के लिए की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन 1 माह में तलब किया है.

भोपाल। मध्य प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं को लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग लगातार जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब कर रहा है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में घटित हुई घटनाओं पर स्वतः सज्ञान लेते हुए कई मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों से समय सीमा के अंदर तथ्यात्मक जवाब मांगा है. इसमें से एक मामला छिंदवाड़ा का बड़ा ही दिलचस्प है, जिसमें एक 9 साल पहले मरी हुई युवती जिसके लिए उसके पिता और भाई को पुलिस ने आरोपी बना कर जेल भेज दिया था. वह अचानक जीवित हो गई. इस पूरे मामले में मानव अधिकार आयोग ने SP छिंदवाड़ा से जवाब तलब किया है.

छिंदवाड़ा में युवती का डीएनए टेस्ट: मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं पर स्वतः संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है. छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थानाक्षेत्र की सिंगोडी चौकी अंतर्गत जोपनाला गांव में चैंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस रिकाॅर्ड में 9 साल पहले मर चुकी लड़की अचानक जिंदा हो गई. बीते बुधवार को लड़की की DNA रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो गए. छिंदवाड़ा एसपी का कहना है कि "अब डीएनए रिपोर्ट शामिल कर जल्द ही दोबारा जांच की जाएगी."

छिंदवाड़ा एसपी से सवाल: इस मामले में लड़की 9 साल पहले घर से लापता हो गई थी. उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. बाद में पुलिस ने युवती का मर्डर होना बताते हुए एक कंकाल मिलने पर पिता और भाई को जेल भेज दिया था. मार्च में जब युवती को पता चला तो वह घर पहुंची और बताया कि मैं जिंदा हूं. तब पुलिस ने DNA टेस्ट कराया, जिसमें पुष्टि हुई कि लड़की ही है. सवाल यह है कि वह कंकाल किसका था. कंकाल का डीएनए क्यों नहीं कराया गया. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी छिंदवाड़ा से इस पूरे मामले में एक माह में तथ्यात्मक जवाब मांगा है.

गुना में स्ट्रेचर पर पत्नी लिए भटकता रहा बुजुर्ग: जिला चिकित्सालय में एक बार फिर अमानवीय तस्वीर देखने को मिली है. जब एक बुजुर्ग देर रात पत्नी को स्ट्रेचर पर लेटाकर इलाज के लिए इधर-उधर भटकता रहा. जैसे-तैसे डाक्टर ने महिला को देखा तो बुजुर्ग को उसकी सोनोग्राफी कराने निजी पैथोलाॅजी भेज दिया. इस दौरान बुजुर्ग आधा किमी तक महिला को स्ट्रेचर पर पैथोलाॅज लेकर पहुंचा तो, यहां से उन्हें अगले दिन सुबह आने का कहकर भगा दिया. परेशान बुजुर्ग दंपति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने CMHO गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में 3 सप्ताह में जबाव मांगा है. साथ ही अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा है की नहीं इसकी जानकारी का भी प्रविवेदन मांगा है.

विदिशा में कुल्फी से 25 बच्चों की बिगड़ी सेहत: विदिशा जिले के शमशाबाद क्षेत्र के 2 गांव के करीब 20 से 25 बच्चे कुल्फी खाकर अचानक बीमार हो गए थे. बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत आने लगी थी. इससे उनके परिजन घबरा गए थे. वे बच्चों को सरकारी व प्रायवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे, जांच के बाद मालूम चला कि इन बच्चों को फूड पॉइजनिंग हुई है. डाक्टर्स के मुताबिक जिन बच्चों को फूड पॉइजनिंग हुई थी उन सभी का इलाज किया जा रहा है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा से क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों के विक्रय में गुणवत्ता सुनिश्चित कराए जाने के लिए की गई कार्रवाई के संबंध में 3 सप्ताह में जबाव मांगा है.

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12 साल की नाबालिग लगाती है झाड़ू: अशोकनगर जिले के बहादुरपुर में बीते 6 माह से 12 साल की नाबालिग अपनी 8 साल की फुफेरी बहन के साथ कस्बे में करीब 20 घरों में सफाई का काम करती है. उसका काम घरों के सामने गली में झाड़ू लगाना, नाली साफ करना और कुछ घरों के टाॅयलेट साफ करना शामिल है. इसके बदले में उसे हर घर से 1 रोटी और 30 रुपए 1 महीने के मिलते हैं. नाबालिग का यह काम 3 परिवारों को रोजी-रोटी दे रहा है. कभी-कभी उसके साथ उसकी बुआ भी सफाई करने आती हैं. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्रवाई का 3 सप्ताह में जबाव मांगा है.

दमोह में 12 साल के बच्चे का शव मिला: दमोह जिले के हिंडौरिया नगर में 1 बच्चे का शव मिला है. जानकारी के अनुसार पप्पू पटेल का 12 साल का बेटा सूरज 2 दिन से लापता था. तेंदूपत्ता तोड़ने गईं महिलाओं ने बीते शनिवार को पप्पू पटेल को सूचना दी कि सूरज का शव एक पेड़ के नीचे पड़ा है. उसके गले में पलंग की निवार की रस्सी से फंदा बना है. शरीर का अधिकांश हिस्सा कुत्ते खा गए. हिंडौरिया टीआई का कहना है कि "सूरज दिनभर मोबाइल चलाता था. 2 दिन पहले ही उसके पिता ने मोबाइल चलाने से मना किया तो वह गुस्सा होकर बिना बताए घर से चला गया. पुलिस घटना की जांच कर रही है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, दमोह से प्रकरण की जांच कराकर 3 सप्ताह में जबाव मांगा है.

महिलाओं को नहीं मिलते सेनेटरी पैड्स: महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित उदिता परियोजना के अंतर्गत उदिता काॅर्नर्स पर विगत 1 साल से सेनेटरी पैड्स की उपलब्धता न होने के मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, मंत्रालय, भोपाल से जांचकराकर उदिता परियोजना के संबंध में आवश्यक जागरूकता एवं सैनेटरी पैड्स की सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के लिए की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन 1 माह में तलब किया है.

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