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MPHRC Action: मानवाधिकार आयोग ने भोपाल के 5 मामलों में लिया संज्ञान, जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस देकर जवाब मांगा

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Published : Aug 1, 2023, 9:01 AM IST

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में घटित हुई घटनाओं को लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया है. कुल 5 मामलों में अधिकारियों से समय सीमा में जवाब मांगा गया है.

MPHRC Action
मानव अधिकार आयोग ने भोपाल के 5 मामलों में लिया संज्ञान

भोपाल। राजधानी के चूनाभट्टी थाना क्षेत्र में 18 दिन से लापता एक ड्राइवर का शव झाड़ियों में नरकंकाल के रूप में मिला. थाने में मृतक के लापता होने की गुमशुदगी रिपोर्ट पहले से दर्ज थी. बताया जाता है कि किसी जंगली जानवर के हमले से ड्राइवर की मौत हुई. मामले के अनुसार राजेन्द्र सिंह अपने घर से शाम के वक्त दैनिक क्रियाओं के लिये खुले में गये थे. वह अक्सर डैम की ओर जाते थे. हो सकता है कि किसी जानवर ने उन पर हमला किया हो. मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में जवाब मांगा है.

सेंट्रल जेल में दो बंदियों की मौत : भोपाल की केन्द्रीय जेल में बंद दो बंदियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है. सजायाफ्ता बंदी छोटू उर्फ कृष्णा (25) व उम्रकैद की सजा काट रहे बंदी शोभाराम की अचानक तबीयत बिगड़ने पर हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां दोनों बंदियों का इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान दोनों बंदियों की मौत हो गईं. इस मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षक, केन्द्रीय जेल, भोपाल से दोनों प्रकरणों की जांच कराकर संबंधित दस्तोवजों सहित निर्धारित प्रारूप में प्रतिवेदन सहित एक माह में जवाब मांगा है.

करंट की चपेट में आने से गई जान : बागसेवनिया थाना क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. घटना के समय टेंट हाउस कर्मचारी सागर झाबा जाटखेड़ी में शिव मंदिर के पास लाउड स्पीकर निकाल रहा था. इस दौरान वह ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल एवं अधीक्षण यंत्री, बिजली कंपनी भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.

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पुलिस कमिश्नर से जवाब मांगा : वहीं, बीते मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में हुई जनसुनवाई के दौरान दलित एवं पिछडी जाति की महिलाओं द्वारा कलेक्टर से सुरक्षा की गुहार लगाकर न्याय की मांग करने का मामला सामने आया. लेकिन इस मामले में एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई अधिकारी सुध लेने नहीं पहुंचा. आयोग ने पुलिस कमिश्नर से जांच रिपोर्ट मांगी है. तय समयसीमा में पुलिस कमिश्नर से जवाब मांगा गया है.

भोपाल। राजधानी के चूनाभट्टी थाना क्षेत्र में 18 दिन से लापता एक ड्राइवर का शव झाड़ियों में नरकंकाल के रूप में मिला. थाने में मृतक के लापता होने की गुमशुदगी रिपोर्ट पहले से दर्ज थी. बताया जाता है कि किसी जंगली जानवर के हमले से ड्राइवर की मौत हुई. मामले के अनुसार राजेन्द्र सिंह अपने घर से शाम के वक्त दैनिक क्रियाओं के लिये खुले में गये थे. वह अक्सर डैम की ओर जाते थे. हो सकता है कि किसी जानवर ने उन पर हमला किया हो. मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में जवाब मांगा है.

सेंट्रल जेल में दो बंदियों की मौत : भोपाल की केन्द्रीय जेल में बंद दो बंदियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है. सजायाफ्ता बंदी छोटू उर्फ कृष्णा (25) व उम्रकैद की सजा काट रहे बंदी शोभाराम की अचानक तबीयत बिगड़ने पर हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां दोनों बंदियों का इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान दोनों बंदियों की मौत हो गईं. इस मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षक, केन्द्रीय जेल, भोपाल से दोनों प्रकरणों की जांच कराकर संबंधित दस्तोवजों सहित निर्धारित प्रारूप में प्रतिवेदन सहित एक माह में जवाब मांगा है.

करंट की चपेट में आने से गई जान : बागसेवनिया थाना क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. घटना के समय टेंट हाउस कर्मचारी सागर झाबा जाटखेड़ी में शिव मंदिर के पास लाउड स्पीकर निकाल रहा था. इस दौरान वह ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल एवं अधीक्षण यंत्री, बिजली कंपनी भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.

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