भोपाल। प्रदेश में कोरोना वायरस और ब्लैक फंगस (Black fungus) के दौर में आमजनों के मानवाधिकारों की रक्षा के मद्देनजर वरिष्ठ अधिवक्ता और सांसद विवेक तन्खा (Vivek Tankha) ने मानवाधिकार आयोग में एक याचिका लगाई है. मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को भेजी गई याचिका में सांसद तन्खा ने मानवाधिकारों की रक्षा हेतु संरक्षण की उम्मीद जताई है.
- याचिका में क्या विशेष
याचिका में कहा गया है कि विश्व में कोविड-19 से फैली तबाही से मानवता खतरे में है. एक के बाद एक महामारी सामने आ रही है, मानो वह हमारी व्यवस्थाओं की परीक्षा ले रही हो. कोरोना के साथ अब ब्लैक फंगस के भी मामले सामने आने लगे हैं. इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे शहरों में इससे बड़ी संख्या में मरीज मर रहे हैं. इसकी दवा बाजारों में उपलब्ध नहीं है. प्रशासनिक व्यवस्थाएं कम पड़ रही हैं. जिसके कारण अव्यवस्था फैलती जा रही है. डाक्टरों की कमी, नर्सों की कमी, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर मशीन की कमी, दवाइयों की कमी की आड़ में नकली दवाईयां सप्लाई की जा रही है और इनसे संबंधित कई शिकायतें आ रही हैं.
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याचिका में आगे कहा गया है कि आज सिर्फ कोरोना और ब्लैक फंगस के मरीज ही नहीं हैं, बल्कि दूसरे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज भी हैं और उनका ख्याल रखना भी आवश्यक है और ऐसे समय में मानवाधिकार का हस्तक्षेप आवश्यक हो जाता है. यह वह वक्त है जब जिलों के जिलाधीशों और संबंधित शासकीय, निजी क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों से प्रतिदिन समय-समय पर रिपोर्ट मंगवाकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाए. ताकि मरीजों को दवाइयां और समुचित इलाज सके.