भोपाल। राजधानी के मंत्रालय में से एक प्रमुख इमारत सतपुड़ा भवन में शाम 4 बजे चौथी मंजिल पर आग लग गई थी. लेकिन इस पर रात 10 बजे तक भी नियंत्रण नहीं हो पाया और आग बढ़ते-बढ़ते छठी मंजिल तक पहुंच गई है. हालात ऐसे बन गए कि भोपाल की तमाम दमकल को बुलाने के बाद भी आग बुझाना संभव नहीं हो पाया और बेकाबू होती जा रही थी. इस दौरान सीएम ने कमेटी बनाकर रक्षा मंत्री से बात की और एयरफोर्स से मदद मांगी.
सरकारी फाइलें खाक: सबसे बड़ी बात है कि चौथे माले पर लगी इस आग की चपेट में जो फ्लोर और दफ्तर आए हैं, उनमें मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई. जांच के दस्तावेज रखे हुए थे. इनमें कई अफसरों की फाइलें बंद थी. सतपुड़ा में काम करने वाले कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि शायद ही यह दस्तावेज बच पाए हो.
एयरफोर्स टीम रवाना: इसके अलावा मेडिकल से जुड़े दस्तावेज और हेल्थ के कई घोटालों की फाइलें भी इसके ऊपर फ्लोर पर रखी हुई थी. जांच में एडीजी फायर को शामिल किया गया है. जानकारी यह सामने आई है कि रक्षा मंत्री के निर्देश के बाद रात में AN-32 विमान और एम आई 15 हेलीकॉप्टर भोपाल पहुंचेंगे. वह आग बुझाने में मदद करेंगे.
200 से अधिक शिकायतों की फाइलें थी मौजूद: स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार, सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल से लेकर छठवीं मंजिल तक स्वास्थ्य और मेडिकल के दफ्तर हैं. यहां 200 से अधिक बड़े घोटालों की फाइलें रखी हुई थी. यह सभी जलकर खाक हो गई हैं.
2 मिनट की दूरी पड़ता फायर स्टेशन फिर भी नहीं मिली मदद: सतपुड़ा के ठीक सामने मध्य प्रदेश पुलिस का फायर ऑफिस है, जहां पर खुद फायर के एडीजी बैठते हैं. बड़ी बात यह है कि सोमवार का दिन होने के कारण दफ्तरों में देर शाम तक अफसर और कर्मचारी मौजूद रहते हैं. आगजनी की सूचना शाम 4 बजे मिली. आप उसके पहले लग चुकी थी. कर्मचारियों ने बताया कि "सभी फायर स्टेशनों को इसकी सूचना दे दी गई. इसके बाद में भी समय पर मदद नहीं मिल पाई. नगर निगम की फायर गाड़ियां भी समय पर नहीं पहुंच पाई.
एक के बाद एक तीस ऐसी हो गए ब्लास्ट: सतपुड़ा भवन की जिस चौथी मंजिल पर आग लगी. उसके बाद ऊपर की तरफ बढ़ी एक के बाद एक धमाके हुए. दरअसल ये धमाके इन फ्लोर पर लगे एसी के कंप्रेसर में हुए हैं. इस मामले में भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि "चौथी मंजिल पर आग पर काबू पा लिया गया है. लेकिन छठी मंजिल पर आग लगने का कारण समझ में नहीं आ रहा है. इस पर भी जल्दी काबू पा लिया जाएगा.