भोपाल। अक्सर विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने फिर ऐसा ही बयान दिया है, जिससे विरोधियों को उन पर हमला करने का मौका मिल गया है। दशहरे पर एक विरोधी नेता को 'रावण' की संज्ञा दे चुकीं प्रज्ञा ठाकुर ने शरद पूर्णिमा पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा को भी इशारों-इशारों में रावण कह दिया. साध्वी प्रज्ञा ने पीसी शर्मा पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि एक विधायक है शर्मा. बुढ़ापा आ गया लेकिन सच बोलना नहीं सीखा. मैं कहती हूं, ब्राह्मण कुल में जन्म लिया तो ब्राह्मण बने रहो, रावण मत बनो. रावण बनोगे क्या करेंगे राम जी, मजबूरी हो जाएगी.
बता दें कि इससे पहले सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने दशहरा पर्व पर बैरागढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम के मंच से एक विरोधी नेता को सिर्फ इसलिए 'रावण' कह दिया था, क्योंकि उन्हें लगता था कि उसी ने एक दुर्गा समिति के कार्यक्रम में प्रज्ञा के कबड्डी खेलने का वीडियो मीडिया में वायरल किया।
पीसी शर्मा का भोपाल सांसद पर तंज
कांग्रेस विधायक ने इस मामले में Etv भारत से खास बातचीत में कहा कि उन्हे प्रज्ञा ठाकुर पर तरस आता है. सिंधी समाज और नर्मदा परिक्रमा करने वालों का अपमान किया है. साध्वी के बोल तो समाज के खिलाफ है. उनका भगवान ही भला करे.
Video: सांसद प्रज्ञा ठाकुर का भाषण सुनकर मंच से चलते बने विधायक पीसी शर्मा, देखें वीडियो
पीसी शर्मा ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को लेकर जाहिर की थी नाखुशी
15 अक्टूबर को MVM मैदान पर रावण दहन कार्यक्रम (Ravan Dahan Program) में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (MP Pragya Singh Thakur) ने कांग्रेस को इतना कोसा था कि मंच पर मौजूद कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा (MLA PC Sharma) उठकर चले गए थे. मंच पर प्रज्ञा ठाकुर भाषण दे रहीं थीं. प्रज्ञा ने कहा कि कांग्रेस के लिए भारत में जगह नहीं है. कांग्रेस के एक विधायक ने उनके बीमार होने पर उनकी गुमशुदगी के पोस्टर लगवाए थे. ऐसे लोग विधायक बनने लायक नहीं हैं. इतना सुनना था कि विधायक पीसी शर्मा ने कुर्सी छोड़ दी थी.
बीजेपी के मनाने पर भी नहीं माने थे पीसी शर्मा
भाजपा प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानें और मंच से चले गए. सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा कि कांग्रेस ने उन्हें बहुत प्रताड़ित किया है. मेरे खिलाफ पोस्टर लगाए. लेकिन, भोपाल उत्तर के विधायक 3 साल से नहीं दिखाई दे रहे हैं, तो हम चुप हैं, क्योंकि वे बीमार हैं. यह संवेदना की बात है. यह हमारे संस्कार हैं.