भोपाल। बागेश्वर धाम के बाद अब पंडोखर सरकार के गुरुशरण महाराज ने नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के प्रमुख श्याम मानव को चुनौती दी है. पंडोखर सरकार ने कहा कि श्याम मानव में हिम्मत है तो अपनी संस्था से किसी भी व्यक्ति को भोपाल भेजें हम उसके बारे में बताएँगे और वो कहेगा कि गुरुजी ने सही कहा. उन्होने कहा कि वैसे श्याम मानव कोई भगवान नहीं है कि वो सर्टिफिकेट दे देंगे तो मेरा झंडा लहरा जाएगा. नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति को लेकर पंडोखर सरकार ने ये टिप्पणी की कि ऐसी संस्थाएं 24 घंटे पंडोखर धाम के दरवाजे पर खड़े होकर पंडोखर सरकार की जय जयकार करती है.
दरबार में अपने आदमी भेजें श्याम: पंडोखर धाम के गुरुशरण महाराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि श्याम मानव मेरे दादाजी के समान हैं. बड़े बुजुर्ग हैं. उनका आदर करता हूं. उनके चैलेंज का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं नागपुर की महाराष्ट्र की भूमि पर नहीं आऊंगा. उन्होंने कहा कि मेरे पास टाइम नहीं हैं. फिर भी नागपुर किष्किन्धा है, वहां कानून का धागा है. पडोखर सरकार के गुरुशरण महाराज ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें थोड़ी सी हैसियत और हिम्मत है तो अपने लोगों को दरबार में भेज दें. उन्होंने कहा कि आज भोपाल में अंतिम दरबार है. क्या श्याम की भोपाल में संस्था नहीं है, अगर है तो उन्हें दरबार में भेजिए. वो किसी को भी बैठाएंगे, हम उसके बारे में बताएंगे और वो व्यक्ति कहेगा गुरुजी ने सही बताया.
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श्याम मानव भगवान नहीं है: पंडोखर धाम के गुरुशरण महाराज का कहना है कि नागपुर जाना इसलिए उचित नहीं कि वहां जंगल में मोर नाचा किसने देखा का किस्सा हो जाएगा. उनके कैमरे होंगे उनके लोग होंगे. उनके दबाव में क्यों रहें. उन्होंने कहा कि यहां दरबार खुला होगा. ना हमारे लोग होंगे ना तुम्हारे लोग होंगे बीच में अपने लोगों को छिपा कर बैठा दो ना. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. महाराज ने कहा कि आज नहीं तो कल उनका नंबर आ ही जाएगा. उन्होंने कहा कि पंडोखर दरबार में 365 दिन दरबार चल ररहा है. गुरुशरण महाराज ने श्याम मानव के लिए कहा कि वे कोई भगवान नहीं है कि वो सर्टिफिकेट दे देंगे तो मेरा झंडा लहरा जाएगा. उन जैसे उन जैसी संस्थाएं 24 घंटे पंडोखर धाम के दरबार पर खड़े होकर जय जयकार करती हैं.
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चुनौती दिव्य दृष्टि से बताएं कमरे में क्या रखा: महाराष्ट्र की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति पहले ही पंडोखर धाम के गुरुशरण महाराज को चुनौती दे चुकी है. जिसमें कहा गया है कि दस व्यक्ति बुलाए जाएंगे, जिनके नाम पिता का नाम पता और बैंक डिटेल एक जगह लिफाफे में सुरक्षित होगा और फिर महाराज की दिव्य दृष्टि से ये जानकारी ली जाएगी. इसी तरह से एक कमरे में दस चीजे बंदकर रख दी जाएंगी और महाराज को दिव्य दृष्टि से बताना होगा कि कौन-कौन सी चीजें रखी गई हैं.