भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की महापरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि माखनलाल विश्वविद्यालय में केन्द्रीय स्टूडियो, डिजिटल मीडिया लैब, सिनेमा और भारतीय भाषाओं पर केन्द्रित पृथक विभाग बनेंगे. साथ ही भरतमुनि शोध पीठ की स्थापना के प्रस्ताव को बैठक में अनुमोदित किया गया. जनवरी 2018 के बाद हुई महापरिषद की बैठक में पूर्व वर्षों के बजट अनुमान, लेखों एवं अंकेक्षण प्रतिवेदन का अनुमोदन किया गया.
इनाडू ग्रुप के रविकांती श्रीनिवास ने सुझाव दिए : बैठक में विश्वविद्यालय परिषद के सदस्यों के रूप मे कुलपति प्रोफेसर के.जी. सुरेश, सचिव जनसंपर्क विवेक पोरवाल, दादा लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफार्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स रोहतक के कुलपति गजेन्द्र सिंह चौहान, इनाडू ग्रुप के रविकांती श्रीनिवास, बेंगलुरू की डॉ. नंदिनी लक्ष्मीकांता, वरिष्ठ पत्रकार महेश श्रीवास्तव, अतुल तारे, सईद अंसारी, शरद द्विवेदी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन एंड जर्नलिज्म अहमदाबाद के शिरीष काषिकर तथा अन्य सदस्य उपस्थित थे. इनाडू ग्रुप के रविकांती श्रीनिवास ने भी बैठक में अपने सुझाव दिए. उन्होंने बताया कि एशिया के पहले और देश के सबसे बड़े पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को लागू किया गया है.
62 वर्ष होगी सेवानिवृत्ति की आयु : महापरिषद ने विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के लिए 7वां वेतनमान लागू करने की स्वीकृति प्रदान की. साथ ही 01 जनवरी 2016 से लागू किए गए 7वें वेतनमान के आधार पर सभी शिक्षकों को ऐरियर का भुगतान करने की स्वीकृति भी दी गई. संविदा पर कार्यरत शिक्षकों के नियमितिकरण पर भी सहमति हुई. महापरिषद ने अर्द्धवार्षिकी आयु को 60 से 62 वर्ष किए जाने पर भी अनुमोदन प्रदान किया. बैठक में विश्वविद्यालय के नवीन परिसरों की भी जानकारी दी गई. बैठक में विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर में विद्यार्थियों के व्यावहारिक प्रशिक्षण तथा सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए रेडियो कर्मवीर की स्थापना को भी स्वीकृति प्रदान की गई.
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संस्थाओं से एमओयू : इसके साथ ही बैठक में शोध पुस्तक लेखन, पीएचडी पाठ्यक्रम में सीट वृद्धि संबंधी प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई है. विश्वविद्यालय ने देश-विदेश की प्रतिष्ठित अकादमिक संस्थाओं से किए एमओयू किया है. विश्वविद्यालय द्वारा कंसोर्टियम फॉर एज्यूकेशनल कम्यूनिकेशन, यू.एन.पॉपुलेशन फंड, महात्मा गांधी कॉलेज ऑफ कम्यूनिकेशन कोजीकोड केरल, मीडिया एण्ड इंटरटेनमेंट स्किल्स काउंसिल नई दिल्ली तथा अन्य विश्वविद्यालयों और प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ एमओयू किए गए.