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MP Human Rights Commission: सीहोर कलेक्टर-एसपी से 1 सप्ताह में जवाब मांगा, भोपाल कमिश्नर को भी नोटिस

मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने प्रदेश के कई मामलों में स्वतः संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया है.आयोग ने भोपाल के तीन और सीहोर व नर्मदापुरम के एक-एक मामले पर लिया है संज्ञान.

mp human rights commission
प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने सीहोर कलेक्टर-एसपी से 1 सप्ताह में जवाब मांगा
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Published : Feb 18, 2023, 8:13 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में घटित हो रही विभिन्न घटनाओं को लेकर प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए सरकार व संबंधित जिला प्रशासन के अधिकारियों से जवाब-तलब किया है. राज्य मानव अधिकार आयोग ने राजधानी के सीमावर्ती जिले सीहोर में कुबरेश्वर धाम में व्यवस्था को लेकर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई खबरों का संज्ञान लिया है. पुलिस अधीक्षक की ओर से इस मामले में तथ्यात्मक जवाब प्रस्तुत किए जाने के बारे में पत्र जारी किया है.

भोपाल पुलिस कमिश्नर से भी जवाब मांगाः इसके अलावा राजधानी भोपाल में बैरागढ़ में एक शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ बैठक और इसके अलावा भोपाल की दो अन्य घटनाओं को लेकर भोपाल पुलिस कमिश्नर से भी जवाब-तलब किया गया है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने राजधानी भोपाल के 3 मामलों सहित सीहोर व नर्मदापुरम के एक सहित 5 मामलों में स्वतः संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है. प्रदेश के सीहोर जिले में अव्यवस्थाओं के कारण नागरिकों को हुई कई असुविधाओं पर मप्र मानव अधिकार आयोग स्वतः संज्ञान लिया है. इस पूरे मामले में कलेक्टर एवं एसपी, सीहोर से 5 बिंदुओं पर एक सप्ताह में तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा गया है.

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सीहोर कलेक्टर व एसपी से प्रतिवेदन मांगाः मप्र मानव अधिकार आयोग ने शुक्रवार, 17 फरवरी 2023 के सभी दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार फैली अव्यवस्थाओं से भोपाल-इंदौर हाईवे पर 27 किलोमीटर जाम. कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ जैसे हालात व अन्य कई शीर्षकों से प्रकाशित सभी समाचारों का अवलोकन कर घटना पर स्वतः संज्ञान लिया है. मामले में आयोग ने प्रकरण क्र. 1240/सीहोर/2023 दर्जकर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सीहोर से निम्न 5 बिंदुओं पर अगले एक सप्ताह में तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा है.

  1. कुबेरेश्वर धाम में किये जा रहे आयोजन कार्यक्रम के संबंध में आयोजकों द्वारा किस सीमा तक अनुमानित संख्या व अन्य व्यवस्थायें किये जाने के संबंध में जानकारी देते हुए लिखित में अनुमति चाही गई थी.
  2. अनुमति के आवेदन पर विचार कर जिला प्रशासन, सीहोर द्वारा अपने प्रशासनिक अनुभवों का उपयोग करते हुए ऐसे अयोजन में कितनी अनुमानित संख्या, प्रथम दृष्टया पाते हुए अनुमति देते हुए, ऐसे स्थल पर आ रहे व्यक्तियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य व अन्य जीवन की मूल आवश्यकताओं की उपलब्धता को सुनिश्चित किया गया था.
  3. आयोजन स्थल के पास स्थित राज्य राजमार्ग पर निर्बाध यातायात के साथ ही कार्यस्थल के आसपास यातायात, पार्किंग आदि के संबंध में आयोजकों द्वारा बतायी गई अनुमानित संख्या और जिला प्रशासन द्वारा अनुमानित संख्या के आधार पर क्या व्यवस्था की गई थी.
  4. कार्यक्रम के प्रथम दिवस में ही बतायी गई सारी व्यवस्थाएं लगाये गये अनुमानों से अत्यधिक संख्या में व्यक्तियों और वाहनों के आने से अनियंत्रित होने से व्यक्तियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को संभालने के लिए समाधान के क्या प्रयास किये गये हैं.
  5. कार्यक्रम के प्रथम दिवस ही की गई व्यवस्थाओं से कई गुना अधिक संख्या में व्यक्ति और वाहनों के आने से अनियंत्रित हुए ऐसे वातावरण/परिस्थितियों को ठीक करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा क्या वैधानिक कार्यवाही की गई है.

मासूम को किया बैड टच, विरोध करने पर पीटाः मप्र मानव अधिकार आयोग ने भोपाल शहर के बैरागढ थानाक्षेत्र स्थित शासकीय कन्या विद्यालय में तीसरी कक्षा में अध्ययनरत 9 साल की एक मासूम बालिका से छेड़छाड़ के मामले में संज्ञान लिया है. घटना विगत 6 फरवरी की है. बच्ची ने परिजनों को बताया कि उसके साथ मारपीट हुई है. परिजनों ने कारण पूछा, तो बच्ची ने बताया कि स्कूल के टीचर धर्मेन्द्र जैन उसे बैड टच किया था. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की. बच्ची टीचर के डर के स्कूल जाने से भी डर रही थी. इस मामले में आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में प्रतिवेदन मांगा है.

भोपाल। मध्यप्रदेश में घटित हो रही विभिन्न घटनाओं को लेकर प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए सरकार व संबंधित जिला प्रशासन के अधिकारियों से जवाब-तलब किया है. राज्य मानव अधिकार आयोग ने राजधानी के सीमावर्ती जिले सीहोर में कुबरेश्वर धाम में व्यवस्था को लेकर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई खबरों का संज्ञान लिया है. पुलिस अधीक्षक की ओर से इस मामले में तथ्यात्मक जवाब प्रस्तुत किए जाने के बारे में पत्र जारी किया है.

भोपाल पुलिस कमिश्नर से भी जवाब मांगाः इसके अलावा राजधानी भोपाल में बैरागढ़ में एक शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ बैठक और इसके अलावा भोपाल की दो अन्य घटनाओं को लेकर भोपाल पुलिस कमिश्नर से भी जवाब-तलब किया गया है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने राजधानी भोपाल के 3 मामलों सहित सीहोर व नर्मदापुरम के एक सहित 5 मामलों में स्वतः संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है. प्रदेश के सीहोर जिले में अव्यवस्थाओं के कारण नागरिकों को हुई कई असुविधाओं पर मप्र मानव अधिकार आयोग स्वतः संज्ञान लिया है. इस पूरे मामले में कलेक्टर एवं एसपी, सीहोर से 5 बिंदुओं पर एक सप्ताह में तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा गया है.

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सीहोर कलेक्टर व एसपी से प्रतिवेदन मांगाः मप्र मानव अधिकार आयोग ने शुक्रवार, 17 फरवरी 2023 के सभी दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार फैली अव्यवस्थाओं से भोपाल-इंदौर हाईवे पर 27 किलोमीटर जाम. कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ जैसे हालात व अन्य कई शीर्षकों से प्रकाशित सभी समाचारों का अवलोकन कर घटना पर स्वतः संज्ञान लिया है. मामले में आयोग ने प्रकरण क्र. 1240/सीहोर/2023 दर्जकर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सीहोर से निम्न 5 बिंदुओं पर अगले एक सप्ताह में तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा है.

  1. कुबेरेश्वर धाम में किये जा रहे आयोजन कार्यक्रम के संबंध में आयोजकों द्वारा किस सीमा तक अनुमानित संख्या व अन्य व्यवस्थायें किये जाने के संबंध में जानकारी देते हुए लिखित में अनुमति चाही गई थी.
  2. अनुमति के आवेदन पर विचार कर जिला प्रशासन, सीहोर द्वारा अपने प्रशासनिक अनुभवों का उपयोग करते हुए ऐसे अयोजन में कितनी अनुमानित संख्या, प्रथम दृष्टया पाते हुए अनुमति देते हुए, ऐसे स्थल पर आ रहे व्यक्तियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य व अन्य जीवन की मूल आवश्यकताओं की उपलब्धता को सुनिश्चित किया गया था.
  3. आयोजन स्थल के पास स्थित राज्य राजमार्ग पर निर्बाध यातायात के साथ ही कार्यस्थल के आसपास यातायात, पार्किंग आदि के संबंध में आयोजकों द्वारा बतायी गई अनुमानित संख्या और जिला प्रशासन द्वारा अनुमानित संख्या के आधार पर क्या व्यवस्था की गई थी.
  4. कार्यक्रम के प्रथम दिवस में ही बतायी गई सारी व्यवस्थाएं लगाये गये अनुमानों से अत्यधिक संख्या में व्यक्तियों और वाहनों के आने से अनियंत्रित होने से व्यक्तियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को संभालने के लिए समाधान के क्या प्रयास किये गये हैं.
  5. कार्यक्रम के प्रथम दिवस ही की गई व्यवस्थाओं से कई गुना अधिक संख्या में व्यक्ति और वाहनों के आने से अनियंत्रित हुए ऐसे वातावरण/परिस्थितियों को ठीक करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा क्या वैधानिक कार्यवाही की गई है.

मासूम को किया बैड टच, विरोध करने पर पीटाः मप्र मानव अधिकार आयोग ने भोपाल शहर के बैरागढ थानाक्षेत्र स्थित शासकीय कन्या विद्यालय में तीसरी कक्षा में अध्ययनरत 9 साल की एक मासूम बालिका से छेड़छाड़ के मामले में संज्ञान लिया है. घटना विगत 6 फरवरी की है. बच्ची ने परिजनों को बताया कि उसके साथ मारपीट हुई है. परिजनों ने कारण पूछा, तो बच्ची ने बताया कि स्कूल के टीचर धर्मेन्द्र जैन उसे बैड टच किया था. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की. बच्ची टीचर के डर के स्कूल जाने से भी डर रही थी. इस मामले में आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में प्रतिवेदन मांगा है.

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