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बिजली उपभोक्ताओं को सरकार की सौगात, किसानों के लिए खुशखबरी

ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि प्रदेश में 'इंदिरा गृह ज्योति योजना’ लागू कर इंदिरा जी को मध्यप्रदेश सरकार ने सच्ची श्रृद्धांजलि दी है.

इंदिरा गृह ज्योति योजना’ इंदिरा जी को मप्र सरकार की सच्ची श्रृद्धांजलि
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Published : Oct 31, 2019, 11:16 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 'इंदिरा गृह ज्योति योजना' को गरीब और किसानों के हितों के लिए लागू किया. ये कहना है कि ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह का. जिसमें बिजली उपभोक्ताओं को 100 रूपए यूनिट तक एक रु./यूनिट की दर से बिजली का भुगतान करना होगा. प्रियव्रत सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के जरिय प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है. साथ ही ये भी कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव से पहले बिजली बिल आधा करने का वादा किया था और इस योजना को लागू कर सरकार ने अपना वादा निभाया है.

बिजली उपभोक्ताओं को सरकार की सौगात

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘इंदिरा किसान ज्योति योजना' के तहत देश की सबसे सस्ती श्रेणी की बिजली मात्र 44 पैसे/यूनिट की दर से प्रदेश के किसानों को उपलब्ध कराकर सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर सच्चे अर्थों में पुष्पांजलि अर्पित की है.

अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों के घर सस्ती बिजली से रोशन हुए घर

प्रदेश की सरकार ने अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों को 30 यूनिट तक मासिक बिजली की खपत पर मात्र 25 रूपये लिये जा रहे हैं. इतना ही नहीं 4 महीने में एक बार 100 रूपये लिये जाने की व्यवस्था की गई है.

किसानों को सबसे सस्ती बिजली
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमने अपने वचनपत्र में वादा किया था कि प्रदेश के किसानों का बिजली का बिल हाॉफ करेंगे और आज हमने प्रदेश के किसानों के सपनों को साकार किया है. इसके अलावा किसानों के लिए सस्ती बिजली और विद्युत व्यवस्था सुधारने के भी प्रयास हुए हैं. इतना ही नहीं 10 हॉर्स पाॉवर तक के कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरों को आधा कर दिया है.

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 'इंदिरा गृह ज्योति योजना' को गरीब और किसानों के हितों के लिए लागू किया. ये कहना है कि ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह का. जिसमें बिजली उपभोक्ताओं को 100 रूपए यूनिट तक एक रु./यूनिट की दर से बिजली का भुगतान करना होगा. प्रियव्रत सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के जरिय प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है. साथ ही ये भी कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव से पहले बिजली बिल आधा करने का वादा किया था और इस योजना को लागू कर सरकार ने अपना वादा निभाया है.

बिजली उपभोक्ताओं को सरकार की सौगात

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘इंदिरा किसान ज्योति योजना' के तहत देश की सबसे सस्ती श्रेणी की बिजली मात्र 44 पैसे/यूनिट की दर से प्रदेश के किसानों को उपलब्ध कराकर सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर सच्चे अर्थों में पुष्पांजलि अर्पित की है.

अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों के घर सस्ती बिजली से रोशन हुए घर

प्रदेश की सरकार ने अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों को 30 यूनिट तक मासिक बिजली की खपत पर मात्र 25 रूपये लिये जा रहे हैं. इतना ही नहीं 4 महीने में एक बार 100 रूपये लिये जाने की व्यवस्था की गई है.

किसानों को सबसे सस्ती बिजली
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमने अपने वचनपत्र में वादा किया था कि प्रदेश के किसानों का बिजली का बिल हाॉफ करेंगे और आज हमने प्रदेश के किसानों के सपनों को साकार किया है. इसके अलावा किसानों के लिए सस्ती बिजली और विद्युत व्यवस्था सुधारने के भी प्रयास हुए हैं. इतना ही नहीं 10 हॉर्स पाॉवर तक के कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरों को आधा कर दिया है.

Intro:भोपाल। मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनने के बाद इंदिरा गृह ज्योति योजना चालू की लागू की गई है। जिसमें बिजली के उपभोक्ताओं को 100 रूपए यूनिट तक एक रुपए यूनिट की दर से बिजली का भुगतान करना होगा। मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा है कि इस माध्यम से हमने इंदिरा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। क्योंकि उनका मानना था कि लोकतंत्र सभी सच्चे अर्थों में चरितार्थ हो सकता है। जब समाज के वंचित वर्गों को भी इसका फायदा मिले। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले हमने बिजली का बिल आधा करने का वादा किया था और वह हमने कर दिखाया है। इसके अलावा किसानों के लिए सस्ती बिजली और विद्युत व्यवस्था सुधारने के भी प्रयास हुए हैं।

ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि प्रियदर्शिनी स्वर्गीय इंदिरा गांधी की मान्यता थी कि प्रजातंत्र तभी चरितार्थ हो सकता है,जब समाज के वंचित वर्गों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। आज सही मायने में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘इंदिरा गृह ज्योति योजना’ के माध्यम से प्रदेश के 97,40,699 परिवारों को 100 यूनिट तक घरेलू बिजली एक रूपये यूनिट की दर से उपलब्ध कराकर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनके पुण्य स्मरण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। देश के लोह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आजादी के आंदोलन में अपनी पहली आहूती गुजरात के खेड़ा जिले में किसानों की लड़ाई लड़कर दी थी। आज यशस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘इंदिरा किसान ज्योति योजना’ के तहत देश की सबसे सस्ती श्रेणी की बिजली मात्र 44 पैसे प्रति यूनिट की दर से प्रदेश के किसानों को उपलब्ध कराकर सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जन्म जयंती पर सच्चे अर्थों में पुष्पांजलि अर्पित की है।




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इंदिरा गृह ज्योति योजना से प्रदेश हुआ रोशन -

मध्यप्रदेश के मुख्मंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के नागरिकों को वचनपूर्वक कहा था कि हम बिजली खर्च के बोझ को आधा कर देंगे। आज हम यह बताते हुये अभिभूत हैं कि इंदिरा गृह ज्योति योजना के माध्यम से मात्र एक रूपये प्रति यूनिट की दर से 100 यूनिट तक बिजली, 150 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को उपलब्ध करा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल घरेलू बिजली के उपभोक्ता 1,16,97,880 है। बेहद उत्साहवर्धक परिणाम इंदिरा गृह ज्योति योजना के आये हैं। हमें यह बताते हुये खुशी हो रही है कि कुल 97,40,699 उपभोक्ताओं को अर्थात 83.27 प्रतिशत घरेलू बिजली के उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ देने में हमने कामयाबी हासिल की है।जबकि, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा संचालित संबल योजना में मात्र 35.72 प्रतिशत लोगों को ही लाभान्वित किया गया था। जिसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आयी हैं। इंदिरा गृह ज्योति योजना में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तहत 86.81 प्रतिशत उपभोक्ताओं को, मध्यक्षेत्र में 79.60 प्रतिशत उपभोक्ताओं को, पश्चिम क्षेत्र में 82.35 प्रतिशत उपभोक्ताओं को लाभ मिल रहा है। इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत प्रदेश की कांगे्रस सरकार 3400 करोड़ रूपये की वार्षिक सब्सिडी प्रदान कर रही है।

अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों के घर सस्ती बिजली से हुए रोशन -
मध्यप्रदेश मेें कांग्रेस सरकार ने प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े हुये आमजन का हाथ दृढ़ता से थामें हुये है। हम गर्व की अनुभूति करते हैं कि प्रदेश के अजा/अजजा/ बीपीएल परिवारों को 30 यूनिट तक मासिक बिजली की खपत पर मात्र 25 रूपये लिये जा रहे हैं एवं चार माह में एक बार 100 रूपये लिये जाने की व्यवस्था की गई है।Conclusion:अन्नदाता को देश की सबसे सस्ती श्रेणी की बिजली - मुख्यमंत्री कमलनाथ की मान्यता है कि प्रदेश का अन्नदाता किसान ही सही मायने में प्रदेश की प्रगति का कर्णधार है। हमने अपने वचनपत्र में वादा किया था कि प्रदेश के किसानों का बिजली का बिल हाॅफ करेंगे और आज हमने प्रदेश के किसानों के स्वप्नों को साकार किया है। दस हाॅर्स पाॅवर तक के कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरों को आधा कर दिया है। हमें यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि पूर्ववर्ती सरकार में जो 1400 रूपये प्रति हाॅर्स पाॅवर, प्रतिवर्ष कृषि पंपों की विद्युत दर निर्धारित थी, उसे हमने एकदम आधा करके 700 रूपये प्रति हाॅर्स पाॅवर प्रतिवर्ष कर दिया है। इससे 19.91 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना के तहत प्रति किसान उपभोक्ता को लगभग 47 हजार रूपये प्रति वर्ष सब्सिडी दी जा रही है। कांग्रेस सरकार ने इस योजना हेतु अब तक 2622.53 करोड़ रूपये की सब्सिडी प्रदान की है और अक्टॅूबर 2019 से मार्च 2020 तक के लिए 6137.94 करोड़ रूपये की सब्सिडी का प्रावधान 20.10 लाख कृषि पंपों के लिए किया है। इतना ही नहीं, हमने स्थायी कृषि पंप कनेक्शन के अतिरिक्त अस्थायी कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दर पूर्व की भाजपा सरकार की तुलना में कम की है।



मीटर रीडिंग की देरी से अब बिल बढ़ाकर नहीं दिया जायेगा -
पहले भाजपा सरकार के समय मप्र के उपभोक्ताओं की शिकायत थी कि मीटर की रीड़िंग देर से की जाती है और अधिक बड़ी हुई स्लैब में बिल बना दिया जाता है। कांगे्रस सरकार ने बड़ी राहुत देते हुए प्रो-राटा खपत के आधार पर बिलिंग व्यवस्था शुरू की है। अर्थात अगर मीटर की रीडिंग देर से दर्ज की गई है तो तीस दिनों की एवरेज खपत निकालकर उसकी स्लैब निर्धारित की जायेगी। उदाहरण के लिए यदि एक उपभोक्ता का मीटर 36 दिनों में पढा जाता है और दर्ज की गई खपत 180 यूनिट है तो उपभोक्ता को पहले रू. 1303 देय था, लेकिन अब मात्र रूपये 937 देना होगा।
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