भोपाल। एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मानव शरीर का उदाहरण देते हुए कार्यकर्ताओं का रोल सीएम शिवराज को बताया है. उमा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, पार्टी कार्यकर्ता को आंख, ब्यूरोक्रेसी को हाथ, सरकार को पांव, मुख्यमंत्री को मुख बनना होगा तो सत्य प्रत्यक्ष होगा. कार्रवाई उचित होगी और विकास की जड़ मजबूत होगी.
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1) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जी का यह कहना की अफसर हमारे सामने प्रेज़ेंटेशन में एक सुंदर तस्वीर पेश करते हैं लेकिन वह सच्चाई से दूर होती है।
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इस कन्फ़ेशन ( स्वीकारोक्ति) के लिए मुख्यमंत्री जी का अभिनंदन । @ChouhanShivraj
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इस कन्फ़ेशन ( स्वीकारोक्ति) के लिए मुख्यमंत्री जी का अभिनंदन । @ChouhanShivraj1) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जी का यह कहना की अफसर हमारे सामने प्रेज़ेंटेशन में एक सुंदर तस्वीर पेश करते हैं लेकिन वह सच्चाई से दूर होती है।
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इस कन्फ़ेशन ( स्वीकारोक्ति) के लिए मुख्यमंत्री जी का अभिनंदन । @ChouhanShivraj
प्रदेश भ्रमण के दौरान दिखी ब्यूरोक्रेसी की सुंदर तस्वीर: उमा ने ट्वीट के जरिये कहा कि ब्यूरोक्रेसी की सुंदर तस्वीर दिखाने और हकीकत अलग होने की स्थिति उन्होंने खुद अपने हाल ही के प्रदेश के भ्रमण के दौरान देखी है. उन्होंने कहा कि अमरकंटक में कबीर चौरा पर महीनों से लाइट नहीं थी. मैंने मुख्यमंत्री कार्यालय फोन किया. लाइट तुरंत आ गई. अधिकारियों ने कहा, लाइट 24 घंटे से नहीं थी जबकि हकीकत में लाइट महीनों से नही थी.
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सरकार से जांच की मांग: मुझे अमरकंटक में वहां के लोगों ने जानकारी दी है कि अभी कुछ वर्ष पहले हमारी ही सरकार के समय पर करीब 50 हजार बहुमूल्य साल वृक्षों को वन विभाग ने बीमार घोषित करके उनको काट डालने का फैसला किया ताकि बीमारी आगे ना फैले. लेकिन पचास हजार की जगह दो लाख बहुमूल्य साल वृक्ष काट दिए गए. इस सच की हमें जांच करानी चाहिए. इसी तरह डिंडोरी जिले के शाहपुर की शराब की दुकान स्कूल से 50 मीटर के अंदर थी. जबकि मुख्यमंत्री बहुत पहले उसको हटाने का आदेश दे चुके हैं.