भोपाल। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ), अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (एपीसीसीएफ), मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ), वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) यह वे पद हैं, जो विभाग के संचालन के लिए सबसे अहम होते हैं, लेकिन प्रदेश ऐसे 63 पद रिक्त पड़े हैं. ये पद सीधे मुख्यालय और फील्ड के हैं तो वहीं राज्य प्रतिनियुक्ति रिजर्व कोटे में भी पद खाली हैं. इनमें अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के 5 पद खाली हैं. इसी कैटेगरी में अपर प्रबंध संचालक वन के 4, मप्र राज्य बांस मिशन भोपाल में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक का एक और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण भोपाल में एक पद रिक्त है.
जूनियर अफसरों को प्रभार : हाल यह है कि ज्यादातर में जूनियर अफसरों को प्रभार देकर रखा है. यही कारण है कि प्रदेश में वन क्षेत्रों में होने वाले काम की चुनौती लगातार बढ़ती जा रही है. हजारों फाइलें पेंडिंग हैं और फील्ड में काम भी उतनी तेजी से नहीं हो पा रहा है. 1 अप्रैल 2023 को वन विभाग द्वारा अपडेट की गई आईएफएस अफसरों की पदक्रम सूची के अनुसार मप्र में मुख्यालय में पीसीसीएफ से लेकर नीचे एसडीओ स्तर के पद खाली पड़े हैं. यह स्थिति इसलिए बनी कि वन विभाग में आईएफएस पदों की समय पर कैडर रिव्यु नहीं हो पाया.
प्रतिनियुक्ति पर गए अफसरों की वापसी नहीं : हाल यह हो गया कि अंतिम ग्रेडेशन लिस्ट के अनुसार मप्र में कुल 296 पद तो स्वीकृत हैं, लेकिन इनमें से अभी केवल 214 अफसर ही वन विभाग के पास हैं. इनमें से भी 10 प्रोबेशन पीरियड पर हैं. यदि इन्हें कम कर दिया जाए तो मप्र में अभी 204 अफसरों से ही काम चलाया जा रहा है. ऐसे में करीब 92 अफसरों की कमी से विभाग जूझ रहा है. दूसरी तरफ केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए अफसरों को भी राज्य सरकार वापस नहीं बुला पाई है. जबकि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अभी करीब 12 अफसर पदस्थ हैं. इस मामले में वन मंत्री विजय शाह का कहना है कि अफसरों की संख्या बढ़ाने प्रयास जारी हैं.
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यह है सेंक्शन स्ट्रेंथ :
- 180 सीनियर ड्यूटी पोस्ट
- 36 सेंट्रल डेपुटेशन रिजर्व पोस्ट
- 45 स्टेट डेपुटेशन रिजर्व पोस्ट
- 06 ट्रेनिंग रिजर्व पद
- 29 लीव रिजर्व एंड जूनियर पोस्ट रिजर्व
- 89 पोस्ट टू बी फील्ड बाय प्रमाेशन अंडर रूल 8