भोपाल। मंगलवार को भारतीय किसान संघ ने कहा कि किसानों को प्रदेश में खाद और बिजली के लिए भटकना पड़ रहा है. भारतीय किसान संघ की ग्राम सभा से विधानसभा सभा में बड़ी संख्या में किसान अपनी मांगे लेकर पहुंचे. हालांकि सभा खत्म हो पाती, उसके पहले सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंच गए. सीएम शिवराज ने किसान संघ के मांग पत्र की एक-एक मांग पर किसानों से चर्चा की. सीएम ने ऐलान किया कि किसानों की समस्याओं को लेकर अब हर तीन माह में किसान मंच का आयोजन किया जाएगा.
बिना सहमति के जमीन अधिग्रहण नहीं : सीएम शिवराज ने कहा कि बिना किसान की सहमति के किसान की जमीन अधिग्रहीत नहीं की जाएगी. इसके साथ ही सीएम ने प्रदेश मे कृषि पंप अनुदान योजना और मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना फिर से चालू करने का ऐलान किया. वहीं बलराम तालाब योजना के बारे में कहा कि इस पर विचार किया जाएगा. गन्ना किसानों की बकाया राशि पर सीएम ने कहा कि इसको लेकर शुगर मिल मालिकों से बात की जाएगी और उन पर राशि दिए जाने का दवाब बनाया जाएगा.
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किसान भाई- बहनों को संबोधन। #Bhopal https://t.co/1BU0CWwDMl
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बढ़ाए जाएंगे ट्रांसफार्मर : सभा में किसानों ने कहा कि कृषि विभाग कहता है कि 15 दिन में पानी और खाद दी जाए, लेकिन जब बिजली ही नहीं मिल रही तो फसल को पानी कैसे दिया जाए. बिजली विभाग के अधिकारी मनमर्जी करते हैं. ट्रांसफार्मर लगा देते हैं तो उसमें तार नहीं लगाए जाते. ट्रांसफार्मर पर लोड ज्यादा रहता है. इसलिए वे बार-बार जल जाते हैं. सभा में सीएम ने कहा कि जो भी ट्रांसफार्मर खराब हैं, उन्हें ठीक करा दिया जाएगा. जहां भी ट्रांसफार्मर ओवरलोड हैं, वहां अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे. नहरों को ठीक किया जाएगा, ताकि आखिर तक पानी पहुंच सके.
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पंचायतवार शिविर लगेंगे : सीएम ने कहा कि राजस्व और बिजली के जितने भी मामले हैं, उन्हें पंचायतवार शिविर लगाकर दूर किया जाएगा. जमीन क्रय करने के 7 दिन में नामांतरण करने की व्यवस्था बनाई जाएगी. सीएम ने कहा कि राजस्व की भूमि पर पुराने कब्जाधारियों को पट्टे दिए जाएंगे. इसका लाभ सभी वर्गों के किसानों को दिया जाएगा. सीएम ने कहा कि कई बार सरकार को जमीन की जरूरत पड़ती है, लेकिन किसान की मर्जी के बिना जमीन नहीं ली जाएगी.