भोपाल। प्रदेश के पुलिस विभाग में लंबित पड़ी विभागीय जांचों को लेकर मध्य प्रदेश DGP विवेक जौहरी ने आदेश जारी किए हैं. अधिकारियों और इकाइयों को जारी किए गए आदेश में पुलिस विभाग में लंबित पड़ी विभागीय जांचों को 45 दिन के अंदर निपटाने के निर्देश दिए गए हैं. आदेश में स्पष्ट लिखा है कि 45 दिन के अंदर 1 साल की अवधि से भी ज्यादा लंबित पड़ी जांचों का निराकरण किया जाना है. 45 दिन से ज्यादा का वक्त लगने पर संबंधित जांचकर्ता या अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
लेटलतीफी पर होगी सख्त कार्रवाई
मध्य प्रदेश पुलिस के मुखिया DGP विवेक जौहरी ने आदेश में निर्देश में दिए हैं कि पिछले एक साल से लंबित पड़ी जांचों को 45 दिनों के अंदर निपटाया जाए. अगर किसी भी जांच में 45 दिनों से ज्यादा का वक्त लगता है तो जांचकर्ता और संबंधित अधिकारी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण लिया जाएगा. साथ ही उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. पहले चरण में 1 अक्टूबर 2020 तक जो मामले पिछले एक साल के पेंडिंग हैं, उनकी विभागीय जांच का तुरंत निराकरण करने का आदेश दिया गया है.
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1256 विभागीय जांच लंबित
विभागीय जांच को लेकर पुलिस मुख्यालय में समीक्षा बैठक की गई थी. बैठक में पाया गया है कि 1 नवंबर 2020 तक पुलिस विभाग में टोटल 1256 विभागीय जांच लंबित पड़ी हैं, जिनमें से 584 विभागीय जांच एक साल से भी ज्यादा की अवधि से लंबित पड़ी हुई है. DGP जौहरी ने निर्देश दिए हैं कि इन विभागीय जांच का जल्द से जल्द निराकरण किया जाना, विभाग की दक्षता बनाए रखने के लिए बहुत जरुरी है.