भोपाल। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की मध्यप्रदेश से रवानगी के साथ ही कांग्रेस चुनावी एक्शन मोड में आ गई है. इसके लिए उसने माहौल भी बनाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के निशाने पर बीजेपी का सिंधिया गुट है, जो कांग्रेस का हिस्सा था. अपने लोगों के बीजेपी में जाने का ये पुराना जख्म समय समय पर उसे दर्द भी देता रहता है. इस गुट को लेकर कांग्रेस ने पूर्वानुमान लगााय है. मध्यप्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है कि गद्दार गुट के सभी मंत्रियों की छुट्टी होगी. कांग्रेस के ट्वीट से भाजपा में भूचाल आ गया है.
एक्शन मोड में कांग्रेस: 2020 में लगे झटके के बाद से ही सिंधिया समर्थक मंत्री कांग्रेस के निशाने पर रहे हैं, लेकिन अब लगता है कि रणनीति के साथ कांग्रेस ने बीजेपी की इस कमजोर कड़ी पर हमले तेज कर दिए हैं. असली और नकली बीजेपी के नामकरण के साथ सिंधिया समर्थक मंत्रियों के बयान बर्ताव को मुद्दा बनाकर कांग्रेस पुराने भाजपाईयों से पहले भी सहानुभूति जताती रही है और बताती रही है कि नए भाजपाई बने लोग 2023 में ये पुराने बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी मुसीबत बनेंगे.
बाहर होंगे सिंधिया समर्थक मंत्री: कांग्रेस की एक प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी ने जबसे सिंधिया समर्थकों को पार्टी में लिया है तबसे भारतीय जनता पार्टी के नेता कार्यकर्ता और सिंधिया समर्थक आपस में एक हो ही नहीं पा रहे हैं. कांग्रेस ने बीजेपी को गुटों में बंटे होने की बात कही है. जिसमें शिवराज गुट, सिंधिया गुट और वीडी गुट शामिल हैं. कांग्रेस की प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी से सिंधिया समर्थक मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर कर दिया जाएगा, क्योंकि कमिटमेंट था जो पूरा हो गया. एमपी कांग्रेस के ट्विटर हैडल से जो लिखा गया वो इसी खींचतान को लेकर लिखा गया है.
कांग्रेस अपने 19 विधायकों की चिंता करे: कांग्रेस के ट्वीट पर बीजेपी प्रवक्ता हितेष वाजपेयी न पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की कैबिनेट हो या कार्यकर्ता हों सारे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. बेहतर है कांग्रेस बीजेपी की सेहत की चिंता में दुबला होने के बजाए अपने उन 19 विधायकों को चिंता करें जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रास वोटिंग की थी. ये 19 विधायक कांग्रेस को डूबो सकते हैं.