भोपाल। आयकर विभाग की दिल्ली टीम द्वारा राजधानी भोपाल के दो प्रमुख बिल्डर राघवेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गुप्ता के यहां पड़े छापों के बाद शिवराज सरकार के मंत्रियों और कई अधिकारियों के संबंध को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया है कि जिन बिल्डरों के यहां आयकर के छापे पड़े हैं, उन बिल्डरों के मंत्री अरविंद भदौरिया के साथ काफी नजदीकी संबंध हैं. और इन बिल्डरों की काली कमाई का उपयोग मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराने में हुआ था.
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मंत्री अरविंद भदौरिया को तत्काल बर्खास्त करने और आयकर छापों के बाद जांच कराने की मांग की हैं. कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि भोपाल में दो प्रमुख बिल्डर राघवेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गुप्ता पर पड़े आयकर छापों के बाद जिस प्रकार से करोड़ों की बेनामी संपत्ति और करोड़ों की काली कमाई की बात सामने आ रही है. उससे यह साफ स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश के मंत्रियों का बड़े अफसरों की भ्रष्टाचार की काली कमाई कहीं ना कहीं इनके यहां पर निवेश की गई है. सभी जानते हैं कि मंत्री अरविंद भदौरिया के फैथ बिल्डर के मालिक राघवेंद्र सिंह तोमर से क्या संबंध हैं.
बताया जा रहा है कि ये वही राघवेंद्र सिंह तोमर हैं, जिनका नाम व्यापमं घोटाले के प्रीपीजी मामले में सामने आया था. इसके बाद इन्हें सरकारी गवाह बना लिया गया. कांग्रेस ने सवाल किया है कि, क्या कारण है कि इतने बड़े आयकर छापों के बाद भाजपा और उसके जिम्मेदार तमाम नेता मौन धारण किए हुए हैं, और कुछ बोलने को तैयार नहीं है.कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इन सब बातों के सामने आने के बाद तत्काल मंत्री अरविंद भदौरिया को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाए.