भोपाल। सवर्ण और आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए कांग्रेस ने अपने नेताओं को लगा दिया है. इसकी शुरुआत आदिवासी दिवस पर तिरंगा सम्मान महोत्सव से होने वाली है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इस महोत्सव की शुरूआत इंदौर में आदिवासी टंटया भील की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर करेंगे. कमलनाथ मंगलवार को दोपहर बाद डॉ. आम्बेडकर नगर महू पहुंचेंगे. जहां वे आदिवासी वर्ग के महानायक क्रांतिकारी टंट्या मामा की कर्मस्थली पातालपानी में उन्हें नमन करेंगे. इसके बाद महोत्सव की शुरूआत की जाएगी.
कांग्रेस का दावा- सवर्ण व आदिवासी हमारे साथ : इसके पहले कमलनाथ परशुराज जयंती के मौके पर भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव कुटी पहुंचेंगे. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंन्द्र सलूजा के मुताबिक कांग्रेस सरकार ने ही महाकाल मंदिर और ओंकारेश्वर मदिर का जीर्णोद्धार कराया है. सवर्ण वर्ग हमेशा कांग्रेस के साथ रहा है. इसी तरह आदिवासी का भी कांग्रेस को समर्थन मिला है. यही वजह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में आदिवासियों क्षेत्र की बड़ी संख्या में विधानसभा सीटें कांग्रेस के खाते में आई थीं.
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बीजेपी ने किया पलटवार : उधर, बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी के मुताबिक चुनाव आते ही कांग्रेस को आदिवासी और सवर्णों की याद आने लगती है, लेकिन उन्हें खुद सोचना चाहिए कि आखिरकार इन दोनों वर्गों के लिए आखिर क्या किया है. न सवर्णों को कांग्रेस से कुछ मिला और न ही आदिवासियों को.